सार
राजस्थान के चुरू में शुक्रवार को कुलदेवी माता नागणेची के दर्शनों लौट रहे परिवार के 5 सदस्यों की हादसे में मौत हो गई। आज दो दिन बाद जब पांचों की अर्थी एक साथ निकली तो पूरा इलाका रो पड़ा। हर किसी की आंख से आंसू छलके। एक साथ सबका दाह संस्कार किया गया।
चूरू. राजस्थान के चूरू जिले की सादुलपुर तहसील का गांव ख्याली शनिवार को चीत्कारों से दहल उठा। जोधपुर में नागणेची माता के मंदिर जाते समय सड़क हादसे में एक ही परिवार के छह सदस्यों की मौत के बाद पांच अर्थियां एक साथ घर से उठी तो हर किसी की छाती आंसुओं से भीग गई। घर के बुजुर्ग मुखिया समुंदर सिंह के तो रो-रोकर आंसू ही सूख गए। बड़े भारी मन से पांचों मृतकों के शव घर से उठाए गए। जिनका नजदीक स्थित अंत्येष्टि स्थल पर दाह संस्कार किया गया। इस दौरान पूरा गांव शव यात्रा में शामिल हुआ। आसपास के बाजार तक बंद रहे।
दो चिताओं में पांच अंतिम संस्कार
अंत्येष्टि स्थल पर पांचों का अंतिम संस्कार दो चिताओं पर किया गया। पहली चिता में चैन सिंह, बेटे उदय भान तथा भतीजे प्रवीण के शव का एक चिता पर अंतिम संस्कार किया। जबकि दूसरी चिता में समुद्र ङ्क्षसह की पोती मधु कंवर और पुत्र वधू मंजू कंवर की दाह क्रिया की गई।
ट्रक ने रौंदी जिंदगी
गौरतलब है कि समुद्र सिंह के बेटे चैन ङ्क्षसह व पवन सिंह का परिवार शुक्रवार को कुलदेवी माता नागणेची के दर्शनों के लिए जयपुर से जोधपुर के लि जीप में रवाना हुआ था। बिलाड़ा थाना इलाके के गांव झुरली फंटा में नेशनल हाईवे पर एक ट्रक ने उनकी जीप को टक्कर मार दी। हादसे में पवन सिंह के बेटे प्रवीण सिंह और पत्नी मंजू कंवर की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, चैन सिंह के पुत्र उदय भान सिंह और बेटी मधु कंवर तथा परिवार के ही विरेंद्र ङ्क्षसह की छह वर्षीय बेटी दर्पण कंवर ने भी दम तोड़ दिया।
शाम को पहुंचे शव, यात्रा में उमड़ा गांव
घटना के बाद मृतकों के शव शुक्रवार शाम को ही चूरू पहुंच गए। जिन्हें सिधमुख मोड़ पर रोक दिया गया। रात बीतने के बाद 6 वर्षीय बालिका के शव को सूरजगढ़ ले जाया गया। जबकि पांच शव घर ले जाए गए। इस दौरान शव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया। इसके बाद निकली पांचों की शव यात्रा में पूरा गांव उमड़ पड़ा। आसपास के गांव के लोगों के अलावा बसपा नेता मनोज न्यांगली, मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र सिंह पूनिया, प्रधान विनोद देवी पुनिया, भाजपा नेता महावीर पूनिया सहित सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।