सार
राजस्थान के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक साथ 5 मुस्लिम युवतियों ने इस परीक्षा को पास किया है। प्रदेश के कई लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि यह लड़कियां इस समुदाय की अन्य बेटियों के लिए आर्दश साबित होंगी।
जयपुर. कड़ी मेहनत व संघर्ष के बूते पर राजस्थान की 5 मुस्लिम बेटियों ने कामयाबी की एक नई इबारत लिखी है। जिसकी बदौलत सोशल मीडिया पर उनकी जमकर तारीफ हो रही है। क्योंकि इन्होंने राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा क्लियर जो की है। अब यह पांचों बेटियां प्रदेश में जज जो बन गई हैं।
आसमान छूती हैं यह बेटियां
राजस्थान के इतिहास में यह पहली बार होगा जब एक साथ 5 मुस्लिम युवतियों ने इस परीक्षा को पास किया है। प्रदेश के कई लोग सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं कि यह लड़कियां इस समुदाय की अन्य बेटियों के लिए आर्दश साबित होंगी। ये बेटियां उस समुदाय से हैं जिन्हें मौका नहीं मिलता। लेकिन मौका मिलते ही वह आसमान छू लेती हैं।
दूसरे-तीसरे स्थान पर हुआ लड़कियों का चयन
दरअसल, राजस्थान हाई कोर्ट ने मंगलवार रात राजस्थान न्यायिक सेवा भर्ती परीक्षा-2018 का परिणाम जारी किया है। जिसमें 499 अभ्यर्थी में से 197 सफल हुए हैं। इस परीक्षा में मंयक प्रताप सिंह ने पहले स्थान पर कब्जा जमाया है। वहीं दसूरे स्थान पर जयपुर की तनवी माथुर और तीसरे स्थान पर दीक्षा रहीं।
इन पांचों बेटियों ने हासिल की है यह रैंक
इस परीक्षा में जोधपुर की बेटी साजिदा ने 37वीं रैंक, सना हकीम खान ने 130वीं रैंक, हुमा खोहरी ने 136वीं रैंक और शहनाज खान ने 143वीं रैंक हासिल कर सफलता का एक नया परचम लहराया है। वहीं राजस्थान से एक मात्र मुस्लिम युवक ने फैसल ने इस परीक्षा में 107वीं रैंक हासिल की है।