सार
राजस्थान के एक गांव ऐसा मामला सामने आया है। जहां आजादी के पहली बार यहां किसी को सरकारी नौकरी मिली है।
सीकर. कंपटीशन के युग में आज अगर किसी को सरकारी नौकरी मिल जाए तो वह बहुत ही खुशकिस्मत माना जाता है। गर्वमेंट जॉब को लेकर राजस्थान के एक गांव ऐसा मामला सामने आया है। जहां आजादी के पहली बार यहां किसी को सरकारी नौकरी मिली है।
बधाई देने वाले लोगों का लग रहा तांता
दरअसल, यह अनोखा मामला सीकर जिले के पहाडिय़ों की तलहटी में बसे धोकर गांव का है। जब यहां के रहने वाले मुकेश गुर्जर का भारतीय सेना में चयन हुआ है। करीब 70 सालों बाद इस गांव के किसी व्यक्ति गर्वमेंट जॉब मिला है। उनकी सफलता से पूरे गांव में खुशी का महौल है। सभी ग्रामीण उत्सव मना रहे हैं। मुकेश के घर बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। गांव के लोग उसका फूलमाला पहनाकर स्वागत कर रहे हैं।
सरकारी नौकरी को लेकर थीं यह भ्रांतियां
धोकर गांव में रहने वाले लोगों में सरकारी नौकरी को लेकर तरह तरह की भ्रांतियां बनी हुई थी। उनका मानना था कि गांव में किसी संत का शाप दिया है, शायद किसी को सरकारी नौकरी नहीं मिलती है। इसलिए ग्रामीण अपने बच्चों को सातवी या आठवीं तक पढ़ाकर खेती का काम या कोई अन्य धंधा करवाने लगते थे। लेकिन मुकेश की कामयाबी से यहां के लोगों में एक सकारात्मक संदेश गया है। उनका कहना है कि अब हम अपने बच्चों को खूब पढ़ाएंगे ताकि वह भी सरकारी नौकरी कर सकें।