सार

मध्य प्रदेश की तरह राजस्थान में भी भारी बारिश हो रही है।  हर तर दिख रहे बारिश से कई जिलों में हाहाकार मचा हुआ है। आलम यह है कि लोगों को बाहर निकालने के लिए सेना बुलाई गई है। लगातार हो रही बारिश ने जन जीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है

बांरा. राजस्थान में लगातार बारिश से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। राजस्थान के कई जिलों में सेना को मदद के लिए बुलाया जा चुका है। अब तीसरे चरण की बारिश में फिर से सेना को याद किया गया है। इस बार बारां जिले में सेना को मदद के लिए बुलाया गया है। सेना की टुकड़ी जल्द ही बांरा जिले में पहंचने वाली है। दरअसल ग्रामीण इलाके में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए सेना की मदद ली जानी है। लगातार बारिश के चलते ग्रामीण इलाका शहरी क्षेत्र से कटता जा रहा है। पानी की आवक ज्यादा होने से पार्वती नदी के बहाव क्षेत्र में स्थित मेहर, गोडिया चार, अरन्या, चौकी, बटावदा पार, नीमथूर समेत दस से भी ज्यादा गवों में हालात खराब हो गए। उनकी मदद की तैयारी की जा रही है। गांवों में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने की भी प्लानिंग की जा रही है। 
 
छबड़ा में फंस गए गांव वाले, मदद के लिए छत पर बैठे रहे
बांरा जिले में लगातार बारिश के चलते छबड़ा क्षेत्र में पार्वती व छीपाबड़ौद क्षेत्र में जोरदार उफान के साथ नदी बहने लगी तो आसपास के गांवों में हडकंप मच गया। देखते ही देखते नदी का वेग इतना आ गया कि कच्ची पुलिया उसमें डूब गई और गांवों से संपर्क टूट गया। छबड़ा क्षेत्र के दस से भी ज्यादा गावों में पार्वती नदी का पानी घुस गया। इस कारण करीब पांच सौ लोग पानी में फंस गए। इन लोगों का निकालने के लिए अब सेना को बुलाया गया है। साथ ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मदद के लिए अलर्ट मोड पर रखा गया है। 

हालात जानने गए कलेक्टर, मौके तक नहीं पहुंच सके
सुबह करीब दस बजे बारां से रवाना हुए जिला कलक्टर नरेन्द्र गुप्ता व एसपी कल्याणमल मीना कवाई के निकट अंधेरी नदी की पुलिया को भी पार नहीं कर सके। पुलिया पर तीन से चार फीट पानी बह रहा था। वे छबड़ा जाने के लिए निकले थे लेकिन वहां तक पहुंच नहीं सके। बाद में ग्रामीणों से फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन उसमें भी सफल नहीं हो सके।


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