सार

देश में आज भी हजारों लोगो ंकी मौत सिर्फ इस वजह से हो जाती है कि उनको समय पर अस्पताल ले जाने के लिए कोई सरकारी वाहन नहीं मिला है। लेकिन राजस्थान सीकर मे ंएक फौजी की पत्नी ने अनोखी मिसाल पेश की है। जिसने पेंशन व अन्य बचत के 10 लाख रुपए से गांव के लिए एंबुलेंस ही खरीद कर दे दी।

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में देश सेवा कर चुके फौजी की पत्नी का समाज सेवा का अनूठा जज्बा सामने आया है। नीमकाथाना के गांवड़ी गांव में चार साल पहले सेवानिवृत सूबेदार के दिल का दौरा पडऩे पर परिवार को गांव में एंबुलेंस नहीं मिली थी। जिसके चलते समय पर उपचार नहीं मिलने पर फौजी की मौत हो गई थी। ये टीस फौजी की पत्नी ने मन में घर कर गई। चार साल तक उसने बच्चों के साथ रुपए जोड़े और खुद ही गांव के लिए एंबुलेंस खरीद ली। जिसे अब गांव के को समर्पित कर दिया गया है। 

पति की जो दर्द हुआ वो किसी और को ना हो...
फौजी की पत्नी की मानवीयता की हर कोई दाद दे रहा है। सरपंच शेरसिंह तंवर ने बताया कि उनके पिता सूबेदार रावतसिंह तंवर सेना से सेवानिृत थे। चार साल पहले उन्हें अचानक एक रात दिल का दौरा पड़ा।  जिन्हें अस्पताल ले जाने के लिए हर जगह तलाशने पर भी एंबुलेंस नहीं मिली। बड़ी मुश्किल से उन्हें जैसे- तैसे अस्पताल ले जाया गया तो समय पर उपचार नहीं मिलने पर उनकी मौत हो गई थी। जिसके बाद मां धर्मा देवी ने गांव में फिर किसी मरीज की मौत एंबुलेंस की कमी की वजह से नहीं होने देने का संकल्प ले लिया। जिसे पूरा करने के लिए चार साल तक रुपए इक_े कर रविवार को गांव को एंबुलेंस की सौगात दी।

परिवार उठाएगा पूरा खर्च
 धर्मा देवी ने बताया कि गांव में एंबुलेंस की सुविधा उनकी तरफ से निशुल्क रहेगी। किसी भी मरीज को अस्पताल लाने- ले जाने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। डीजल व चालक सहित सारा खर्च उनका परिवार ही वहन करेगा। 

कमेटी संभालेगी सुविधा, जारी होंगे नम्बर
गांव में एंबुलेंस के व्यवस्थित संचालन के लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। जो एंबुलेंस की सुविधा व व्यवस्था का पूरा लेखा- जोखा रखेगी। एंबुलेंस को मरीज तक पहुंचाने के लिए एक सार्वजनिक नंबर भी जारी किएं जाएंगे। जिस पर संपर्क करते ही एंबुलेंस तुरंत जरुरतमंद तक पहुंच जाएगी। 

गांव में नहीं इसलिए एंबुलेंस में चिकित्सा सुविधा
शेर सिंह व मां धर्मा देवी ने बताया कि गांवड़ी में उपस्वास्थ्य केंद्र की वजह से गंभीर मरीजों को हायर सेंटर ले जाना पड़ता है। ऐसे में एंबुलेंस के साथ लाइफ सपोर्टेड सिस्टम की जरुरत होती है। लिहाजा गांव को उपलब्ध करवाई जा रही एंबुलेंस में वेंटिलेटर व ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य आधुनिक उपकरण भी लगवाए गए हैं।