सार

यह शादी रविवार को जयपुर के एक मंदिर में सनातन परंपराओं और वैदिक रीति रिवाज के अनुसार हुई।  IAS जिंतेंद्र और IPS आंचल विवाह बंधन में बंधने के बाद हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए। ना कोई बैंड-बाजा और ना ही तड़क-भड़क ना कोई शोर-शराबा और हो गई शादी। 

जयपुर. हर किसी की सपना होता है कि वह अपनी शादी धूमधाम से करेगा। लेकिन राजस्थान में एक IAS और IPS ने अनूठे अंदाज में बेहद सादगी तरीके से शादी की है। जिसकी चर्चा हर कोई कर रहा है। जिसमें गिने-चुने कुछ खास मेहमान और दोस्त शामिल हुए थे।

बिना बैंड-बाजे की हुई यह अनूठी शादी
दरअसल, यह शादी रविवार को जयपुर के एक मंदिर में सनातन परंपराओं और वैदिक रीति रिवाज के अनुसार हुई।  IAS जिंतेंद्र और IPS आंचल विवाह बंधन में बंधने के बाद हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए। इस शादी में न तो कोई बैंड-बाजा था और ना ही कोई तड़क-भड़क न कोई शोर-शराबा। बस दोनों के कुछ दोस्त और एक-दूसरे के गिने-चुने मेहमान पहुंचे थे।

ट्रेनिंग के दौरान हुआ था प्यार
जहां जितेन्द्र आईएएस हैं तो आंचल आईपीएस अधिकारी, मौजूदा समय में दोनों की पोस्टिंग महाराष्ट्र में है। दोनों की पहली मुलाकात और दोस्ती ट्रेनिंग के दौरान हुई थी। धीरे-धीरे दोनों अधिकारियों में प्यार हो गया। जहां जितेंद्र राजस्थान के झुंझुनूं  जिले के रहने वाले हैं, वहीं आंचल पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली की रहने वाली हैं। जब जितेंद्र को पहले झारखंड कैडर मिला था, वहीं आंचल को महाराष्ट्र, लेकिन जब दोनों ने शादी का फैसला किया तो जितेंद्र का तबातला महाराष्ट्र में हो गया।

शादी में लगे भारत माता के जयकारे
दोनों ने सादगी से शादी करके सामाज के लिए एक मिसाल कायम की है। जितेंद्र ने इस शादी में कोई दहेज भी नहीं लिया। वहीं विवाह का मकसद था शादी के नाम पर क्यों हम पैसा बर्बाद करें। बिना खर्च के शादी करना। जैसे ही दोनों को साथ फेरे पूरे हुए तो वहां मौजूद लोग भारत माता के जयकारे लगाने लगे।