सार

राजधानी जयपुर के ग्रामीण क्षेत्र से से कल शनिवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया था। जहां एक कुएं से पांच लाशें बरामद हुई थीं। जिसमें तीन सगी बहनें और दो उनक मासूम बच्चे शामिल थे। अब पुलिस इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे कर रही है।

जयपुर (राजस्थान). जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के दूदू कस्बे में रहने वाली तीन बहनों के शव शनिवार को एक कुएं में मिले। तीनों बहनों ने अपने 4 साल के एक बच्चे और 20 दिन के दूसरे बच्चे को कुएं में फेंकने के बाद खुद भी छलांग लगाकर जान दे दी थी। इस मामले में पुलिस ने तीनों महिलाओं के पति समेत कुछ अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। उन पर आत्महत्या के लिए उकसाना समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। लेकिन यह घटनाक्रम यहीं नहीं थमा है। सुखी तलाई गांव में हुए इस भयंकर कांड के बाद पूरे गांव में तीनों बहनों के सास ससुर को लेकर चर्चा है। 

ममता MA तो कमलेश BA सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी
तीनों बहनें कमलेश , कालू देवी और ममता की शादी 2005 में तीन भाइयों से की गई थी। शादी के बाद कुछ समय बाद गौना कर दिया गया था। कालू देवी बाहरवीं तक पढ़कर ससुराल गई थी। ममता एवं कमलेश भी पढ़ाई लिखाई के दौरान ही ब्याह दी गई थी। ममता MA तो कमलेश BA सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही थी। काले देवी के पति ने उसे आगे नहीं पढने दिया। जबकि वह पढ़ना चाहती थी। काली देवी से छोटी बहनें कमलेश और ममता भी आगे पढ़ना चाहती थी। लेकिन ससुराल के तानों ने उन्हें ना तो पढ़ने दिया बल्कि उनकी सांसे तक छीन ली। 

 कुछ दिन पहले ही तीनों बहनों के पति मायके से लेकर गए थे
 तीनों बहनों के पिता सरदार मल की शिकायत पर पुलिस ने ससुराल पक्ष पर दहेज प्रताड़ना का भी केस दर्ज कर लिया है । पिता ने आरोप लगाया कि कुछ दिन पहले काली देवी और कमलेश को उनके पतियों ने बुरी तरह से पीटा था। काली देवी को तो अस्पताल तक में भर्ती कराया गया था। उसके बाद तीनों बेटियों को सरदारमल अपने साथ अपने घर ले आए थे। ससुराल पक्ष के लोगों से समझाइश के बाद तीनों बहनों को कुछ दिन पहले ही उनके पति लेकर गए थे । लेकिन फिर से मारपीट और ताने शुरू कर दिए गए। 

सांस कहती थी...कि पढ़े-लिखर काई करेली...
तीनों बेटियों के पिता ने कहा कि काला देवी की पढ़ने की चाहत थी, वह आगे चलकर कुछ बनना चाहती थी। लेकिन ना तो पति ने साथ दिया और ना ही उसके ससुरालवालों ने, उल्टा सास ताने और मारा करती थी। सस कहती पढ़-लिखकर तू क्या कर लेगी। तुझे तो  यही चूल्हा-चौका करना है। क्या पढ़ लिखकर बड़ा अफसर बनेगी।

इस घटना से पूरे राजस्थान में मच गया कोहराम
 10 दिन पहले तीनों बहनों को फिर से घर से निकाल दिया गया था। तीनो बहने 7 दिन तक अपने पिता के घर नहीं, उसके बाद आठवें दिन दोपहर में घर से निकली। घर के नजदीक ही कुछ में कूद गई। तीनों के बारे में जब गांव  में पता चला तो कोहराम मच गया । पुलिस ने शनिवार रात ही काली देवी के पति भंवरलाल मीणा,  ममता के पति जगदीश और कमलेश के पति मुकेश को गिरफ्तार कर लिया।  तीनों की सास संतोष देवी और तीनों बहनों की जेठानी मीना देवी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। 

फिर उसी कुएं में मिला एक नवजात बच्चे का शव
 इस मामले के बाद रविवार को फिर से उसी कुएं में एक नवजात बच्चे का शव मिला।  यह शव दोनों बहनों में से किसका है। इस बारे में पड़ताल की जा रही है ग्रामीणों का कहना है कि यह नवजात बच्चा दोनों गर्भवती बहनों में से किसी एक का है । जबकि पुलिस का कहना है कि संभव है इस बच्चे का इस केस से ताल्लुक ही नहीं है। स्थानीय लोगों और परिवार के सदस्यों ने नवजात बच्चे के डीएनए टेस्ट की मांग की है।

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