सार

मैं ऐसा कुछ करना नहीं चाहता हूं, लेकिन इतना परेशान कर दिया कि करना पड़ रहा है। कोटा में नीट की तैयारी कर रहे छात्र ने दोस्त को पटरियों के पास से वॉयस मैसेज भेज किया सुसाइड

जयपुर.राजधानी जयपुर से बड़ी खबर सामने आई है। नीट की तैयारी कर रहे एक युवक का शव दौसा के पास पटरियों से पुलिस ने बरामद किया है। परिजनों ने इस मामले में एक युवती और उसके परिवार के लोगों पर आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। पुलिस ने सुसाइड़ के लिए उकसाने और धमकाने समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच खोह नागोरियान थाना पुलिस कर रही है। युवक के परिजन खोह नागोरियान थाना क्षेत्र में रहते हैं। 

बेटा होनहार था, नीट की तैयारी को कोटा भेजा था
खोह नागोरियान निवासी पतिराम ने पुलिस को बताया कि वह अपने बेटे को डॉक्टर बनाना चाहते थे। बेटा मेधावी था, इसलिए उसे पढ़ने के लिए कोटा भेजा था। वहां वह नीट की तैयारी कर रहा था। कुछ समय से उसकी पहचान बांदीकुई निवासी एक युवती से हुई। आरोपी कुछ दिन पहले राहुल को बिना बताए कोटा उसके पास चली गई। राहुल ने प्रिया को समझाकर वापस भेज दिया। इसके बाद आरोपी के घरवालों ने राहुल को धमकाना और टॉर्चर करना शुरु कर दिया।

परिजनों ने माफी मांगी, लेकिन आरोपी के घर वाले नहीं माने
थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर पुलिस ने बताया कि 18 मई को राहुल के फोन से उसके पिता को फोन किया गया। बताया गया कि वह बांदीकुई में है, मिलना है तो जल्दी आ जाएं। मृतक के परिजन घबरा गए, वहां जाकर देखा तो बेटा भयंकर रूप से डरा सहमा हुआ था। आरोपी के परिजनों ने पिछले दिनों हुए पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। राहुल ने परिजनों से कहा कि आरोपी के घरवालों ने उसे बहुत टॉर्चर किया है। मामला समझने के बाद राहुल के परिजनों ने राहुल की ओर से मांफी मांगी और भविष्य में ऐसा नहीं होने के बारे में लिखकर भी दिया। इसके बाद भी वे लोग नहीं माने और पीड़ित को परेशान करते रहे।

झूठे केस में फसाने की दी धमकी, किया सुसाइड
पुलिस ने बताया कि बांदीकुई में दोनो पक्षों के बीच बातचीत होने के बाद उस दिन तो मामला शांत हो गया। लेकिन राहुल के परिजनों का आरोप है कि आरोपी के परिवार वालों नें पांच लाख रुपए की मांग करने के लिए फोन कर दिया। कहा रुपए नहीं दिए तो प्रिया गलत केसों में फंसा देगी। इस पर राहुल बहुत परेशान हो गया। दो दिन पहले वह घर से बिना बताए निकल गया। उसने अपने दोस्त दिनेश को फोन कर एक वॉयस मैसेज भेजा और कहा कि मैं परेशान हो चुका हूं, यह सब करना तो नहीं चाहता लेकिन करना पड़ रहा है। यह मैसेज दिनेश ने एक अन्य दोस्त रविन्द्र को भेजा और रविन्द्र ने दिनेश के परिजनों को भेजा। परिजन बेटे को तलाशने निकले ही थे कि कुछ ही देर में उसके फोन से कॉल आया। रेलवे कार्मिकों ने कॉल कर बताया कि आपका बेटा मरा चुका है उसका शव पटरियों पर पड़ा है। पुलिस ने इस पूरे मामले में आरोपी समेत उसके परिवार के कई सदस्यों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है। साथ ही मामले की जांच कर रही है।