सार

जयपुर के बाल सुधार गृह में गैंगवार, जिसमें 17 साल के बाल अपचारी को लोहे के पाइपों से पीटा उसके बाद गला काटकर कर दी हत्या। मृतक पर दर्जन भर से ज्यादा केस थे।

जयपुर. जिले के ट्रांसपोर्ट नगर थाना इलाके में आज सवेरे बाल अपराधियों के ग्रुप द्वारा एक बाल दोषी की खूंखार तरीके से मर्डर करने का मामला सामने आया है। सुबह मृतक जब गहरी नींद में था, उस समय उस पर लोहे के पाइपों से हमला किया गया । उसे अधमरा होने तक पीटा गया उसके बाद उसकी गला रेत कर हत्या कर दी । इस हत्याकांड का खुलासा सवेरे  तब हुआ जब बाल सुधार गृह का स्टाफ उक्त बाल अपचारी के कमरे में पहुंचा।  इसके तुरंत बाद ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस को सूचना दी गई।  मौके पर पुलिस के उच्च अधिकारी और फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम पहुंची । ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस ने बताया कि हत्या अंदर ही बंद बाल अपचारीओं में से कुछ ने मिलकर की है । वह कौन है इस बारे में पड़ताल की जा रही है ।

नींद में दी भयानक मौत, चीखे नहीं इसलिए मुंह दबा के रखा

प्रारंभिक जांच के आधार पर ट्रांसपोर्ट नगर पुलिस ने बताया कि मृतक अपने कमरे में सो रहा था । उस समय उसकी हत्या की गई है । मर्डर से पहले उसको बुरी तरह पीटा गया है पिटाई के समय वह चींखे नहीं इसलिए उसका मुंह दबा दिया गया। मारने के बाद उसका गला रेत दिया गया। मुंह दबाने के कारण वह चीख नहीं सका और जिस समय उसका मर्डर किया गया उस समय किसी को इस बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस को शक है कि बाल सुधार गृह में ही रंजिश के चलते दूसरे गुट ने उसकी हत्या की है ।

मृतक के ऊपर दर्ज थे केस
पुलिस ने बताया कि जिस बाल अपराधी की हत्या की गई वह करीब 17 वर्ष का था। उसके खिलाफ जयपुर शहर और आसपास के कस्बों में एक दर्जन से ज्यादा गंभीर अपराध के मामले दर्ज थे । इनमें लूटपाट ,हत्या का प्रयास, दुष्कर्म और गंभीर मारपीट के केस शामिल हैं। उसे कुछ समय पहले ही पकड़ा गया था और उसके बाद बाल सुधार गृह भेजा गया था। पिछले दिनों सुधार गृह के अंदर उसका कुछ अन्य अपराधियों से विवाद हुआ था। उन्ही में से कुछ को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है ।

क्योंकि मरने वाला और मारने वाले दोनों ही 18 वर्ष से कम उम्र के हैं इसलिए पुलिस ने दोनों की ही पहचान उजागर नहीं की है । मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है । 

इसे भी देखे-Video: चाकू और तलवारें लेकर पिता पर टूट पड़े बच्चे, चेहरे और सिर पर किया वार, चीखते पिता पर नहीं पसीजी औलाद