सार

राजस्थान के हरमाड़ा पत्थर खान में  हुए हादसे में वहां काम कर रहे दो मजदूरों पर 20 फीट की ऊंचाई से गिरा पत्थर। हादसे के कारण उन पीड़ितों के दबने से मौत होने की खबर सामने आई है। हादसा मंगलवार 26 जुलाई के सुबह की है।

हरमाड़ा. हरमाड़ा थाना क्षेत्र के दादर नारदपुरा स्थित पत्थर खान में मंगलवार 26 जुलाई की सुबह पत्थर खान के मलबे में दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई। खान में काम करते समय 20 फीट ऊंचाई से पत्थर टूटकर दोनों पर गिरे थे। सूचना पर पहुंची हरमाड़ा थाना पुलिस ने  साथी मजदूरों की मदद से दोनों मजदूरों के शवों को बाहर निकाला। पुलिस ने पत्थर के नीचें दबे दोनों मजदूरों को जयपुर के चौमूं सीएससी में भर्ती करवाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने पंचनामा भर दोनों के शव का पोस्टमार्टम करवा कर उनकी बॉडी को परिजनों को सुपुर्द कर दिया।

20 फीट की ऊंचाई गिरे पत्थर, दो मजदूर दबे
मामले की जांच कर रही पुलिस की जानकारी के अनुसार हरमाड़ा थाना प्रभारी मांगीलाल बिश्नोई ने बताया कि हादसे में सुदर्शनपुरा हरमाड़ा निवासी कल्याण सहाय जाट (36) पुत्र हरिनारायण जाट और भीलवाड़ा के शाहपुरा निवासी महेन्द्र भील (26) पुत्र भैरूराम भील की मौत हुई है। दोनों मृतक दादर नारदपुरा स्थित पत्थर खान में काम करते थे। सुबह करीब 10 बजे खान से पत्थर निकालने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान पहाड़ी से 20 फीट ऊंचाई से पत्थर टूटकर गिरा।वहां काम कर रहे कल्याण सहाय और महेन्द्र भील पत्थरों के नीचे दब गए। हादसे के बाद साथियों में हंगामा मच गया। लोगों की सूचना पर हरमाड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। साथी मजदूरों की मदद से पत्थरों के मलबे को हटाकर दोनों को बाहर निकाला। दोनों को गंभीर हालत में चौमूं  सीएचसी पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। वही पुलिस ने दोनों के शव का करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है।

हरमाड़ा में आए दिन होते रहते हैं, ऐसे हादसे
हरमाड़ा थाना क्षेत्र में जगह-जगह पत्थरों की खान है। जहां आए दिन हादसे होते रहते हैं, क्योंकि खान मालिक लीज की लिमिट के अलावा खानों को इतनी गहराई तक खोद दिए जहां कई खानों में तो जमीन से पानी निकलने लगा गया। कई खाने ऐसी है जहां ऊपर एलएनटी पत्थर निकालती रहती है, और नीचे मजदूर काम करते हैं।   इस खतरना काम करने के दौरान हादसे होते है। इतने हादसे होने के बाद भी खनन विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं देता, क्योंकि विभाग के अधिकारियों की आंखों पर रुपयो की पट्टी बंधी हुई है। जहां उन्हें कुछ दिखाई नहीं देता और खान मालिक धड़ल्ले से लीज के अलावा खुदाई कर पत्थर निकालकर चांदी कूट रहे हैं और लोगों की जान ले रहे हैं।
 

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