सार

राजस्थान में बदमाश ठगी करने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। उनके जरिए एक मैसेज आता है और आपके बैंक खाते पलभर में लाखों रुपए साफ हो जाते हैं। सिर्फ दो ही महीनों में पंद्रह से ज्यादा लोगों के खातों से करीब पैंतीस लाख निकाले जा चुके हैं। 

 

 

जयपुर. आप राजस्थान से हैं, खासतौर पर जयपुर से तो आपको ये मैसेज आ सकते हैं। आपको लगेगा बिजली वालों ने ये मैसेज भेजे हैं और फिर आप आनन फानन में मैसेज को फॉलो करने लग जाएंगे और आपका खाता साफ हो जाएगा। जयपुर में बीती रात फिर से एक बुजुर्ग अपने करीब दो लाख रुपए गंवा चुके हैं। जयपुर में एक ही मैसेज से खाते साफ करने के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। सिर्फ दो ही महीनों में पंद्रह से ज्यादा लोगों के खातों से करीब पैंतीस लाख निकाले जा चुके हैं। 

ये मैसेज आ जाए तो भूलकर भी इसे फॉलो नहीं करे, कल रात ही दो लाख निकल गए
दरअसल, मानसरोवर में रहने वाले 68 साल के राजेन्द्र चौहान मंगलवार शाम अपने घर बैठे थे। शाम सात बजे मैसेज आया कि आपका बिजली का बिल जमा नहीं हुआ है आज रात साढ़े दस बजे तक जमा करा दें नहीं तो कनेक्शन काट दिया जाएगा, कहीं सुनवाई  नहीं होगी। एक नंबर दिया गया लिखा गया कि इस नंबर पर ऑन लाइन पेमेंट दे सकते हैं। यह बिजली कर्मचारियों के नंबर हैं। राजेन्द्र चौहान डर गए उन्होनें उस नंबर पर फोन किया और कहा कि कनेक्शन नहीं काटें। चौहान इतना परेशान हो गए कि ये भूल गए कि बिल पहले से जमा है। जिस नंबर पर फोन किया गया वह नंबर साइबर ठग का निकला। उसने कुछ प्रोसेस फॉलो कराया और चौहान के खाते से चार बार में दो लाख रुपए साफ हो गए। मानसरोवर थाने में केस दर्ज कराया गया हैं। वह नंबर अब बंद आ रहा है। 

जयपुर में आठ लाख रुपए गंवाए दो महीने पहले इसी तरह
दो महीने पहले मुरलीपुरा में रहने वाले एक कारोबारी को भी यही मैसेज मिला था। उसने फॉलो किया तो खाते से चार बार में आठ लाख रुपए साफ हो गए। हाईकोर्ट के वकील तक के खाते से एक लाख बीस हजार रुपए निकाल लिए गए। जयपुर में दो महीनों में पंद्रह केस सामने आए हैं। इसी तरह से जोधपुर और कोटा से भी कई केस सामने आ चुके हैं। जयपुर में बिजली विभाग को जब ये पता चला तो जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिडेट को एडवाजरी तक जारी करनी पड गई। एक्सईन ने मैसेज टाइप कराया और इसको सभी उपभोक्ताओं के खातों पर भेजा गया है। जयपुर जिले में ही इस मैसेज को करीब पांच लाख उपभोक्ताओं को भेजा गया है।