सार
राजस्थान में चौथी लहर के सबसे ज्यादा केस सामने आने के बाद सरकार ने लिया बड़ा फैसलें लेते हुए स्वतंत्रता के दिवस के दिन कई कार्यक्रम किए रद्द, सीएम अशोक गहलोत जल्दी ही जयपुर में मेडिकल अफसरों की बैठक बुला सकते है। मास्क पहनने पर हो सकता है, फैसला।
जयपुर. राजस्थान में कोरोनो बेकाबू होता हा रहा है। हालात ये हो गए हैं कि कोरोना के चलते अचानक सीएम को भी स्वतंत्रता दिवस के कुछ कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर जाना पड़ गया। बताया जा रहा है कि कल सीएम कोरोना को लेकर हैल्थ डिपार्टमेंट की बड़ी बैठक ले सकते हैं। उसमें कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी की जा सकती है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के बढ़ते केसेज के कारण दिल्ली में तो पांच सौ रुपए का जुर्माना मास्क नहीं पहनने वालों से लेना शुरु कर दिया गया है। जल्द ही ऐसा राजस्थान में भी देखने को मिल सकता है। आने वाले पंद्रह दिनों में राजस्थान में तीन बड़े आयोजन होने हैं, इनमें लाखों लोग जुटते हैं।
चौथी लहर के सबसे ज्यादा केस एक ही दिन में सामने आए प्रदेश में
प्रदेश में पिछले चौबीस घंटे में कोरोना के सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं। चौबीस घंटे में कोरोना के 882 केस मिले हैं। ये केस रक्षाबंधन पर्व के बाद अचानक बढे हैं। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 273 नए मरीज हैं। इनमें अलावा अलवर में 108 और भरतपुर में 101 नए मरीज मिले है। तीनों शहरों के अलावा 23 अन्य जिलों में नए मरीज मिले हैं। बीते 24 घंटे में 145 लोग संक्रमण से ठीक भी हुए हैं। प्रदेश में अब एक्टिव केसों की संख्या 5 हजार पार कर गई है। अब प्रदेश में 5036 हो गई हैं। राज्य में कोरोना से अब तक साढ़े नौ हजार मौतें दर्ज की गई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा सभी जिलों में सेंपलिंग बढ़ाने के आदेश दे चुके हैं।
पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम सीएम ने छोड़ दिया, जल्दी निकल गए
कोरोना के बढ़ते केसेज का असर आज राजस्थान में हुए राज्य स्तरीय स्वतंत्रता कार्यक्रम में भी देखने को मिला। दो दिन पहले भी सीएम प्रदेश के एक बड़े कार्यक्रम में मास्क पहनकर आए थे। उसके बाद आज जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में हुए स्वतंत्रता दिवस के आयोजन में भी सीएम कोरोना को लेकर अलर्ट दिखे। उन्होनें अपनी स्पीच में जनता से कोरोना के प्रति लापरवाही नहीं बरतने और बूस्टर डोज लेने की बात कही। कार्यक्रम आगे बढ़ा तो उन्होनें कार्यक्रम बीच में ही छोड़ दिया। अफसरों का कहना था कि पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम होना था लेकिन नहीं हो सका। इसके पीछे कोरोना और खराब मौसम का हवाला दिया गया है।