सार

राजस्थान के इस जिले में रात के समय सीसीटीवी फुटेज में कुछ ऐसा कैद हुआ कि लोगों ने घर से निकलना ही बंद कर दिया, लोगों ने तुरंत पुलिस को फोन किया और मामले की जानकारी दी...

जयपुर (jaipur). राजस्थान के राजसमंद जिले से एक खौफनाक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज में जो दिखा इसका अंदाजा किसी को भी नहीं था। क्योंकि उसमें जो दिखा उसे देखकर घर वालों के साथ ही पूरी की पूरी कॉलोनी ही दहल गई। दरअसल रात में सीसीटीवी कैमरे ने जो कैद किया था वह बेहद खतरनाक था, जिसमें एक पैंथर कुत्ते का शिकार करते हुए दिखाई दिया। डॉग के शिकार से पहले पास की कॉलोनी में ही एक और कुत्ते को शिकार किया था। हालांकि दोनों के शव लेकर पैंथर जंगल की ओर रात में ही लौट गया। 

घर की दीवार से नीचा कूदा, शिकार किया वापस वहीं से गया
राजसमंद जिले के नाथद्वारा इलाके में लालबाग कस्बे के यहां से वीडियो मिला है। यह रिहायशी क्षेत्र है, पूरे एरिऐ में मकान बने हुए हैं और बड़ी संख्या में यहां लोग रहते हैं। पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा थी कि रात के समय लालबाग और आसपास के क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट है। लेकिन जब यह फुटेज कैद हुआ तब लोगों के पसीने आ गए। वार्ड नंबर 38 में स्थित लालबाग कस्बे में एक मकान के बाहर सीसीटीवी फुटेज में एक पैंथर देखा गया। वह शिकार का बंदोबस्त कर रहा था। घर के नजदीक ही सो रहे एक कुत्ते को झपटा और फिर उसे लेकर वहां से चला गया।

वीडियो के बाद कॉलोनी में दशहत
जब से यह सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, घरवालों के साथ कॉलोनीवालों में भी भय का महौल है। कॉलोनी के लोगों का रात के समय घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। अब वहां लोग समूह में बाहर निकल रहे है। खासतौर पर बच्चों को ग्रुप में ही बाहर निकले की सलाह दे रहे हैं घरवाले। पार्क या किसी अन्य जगह पर जाने के लिए परिजनों का साथ रखते हैं। 

फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को दी सूचना
स्थानीय पार्षद पूरण चंद्र श्रीमाली का कहना है कि पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी गई है। क्योंकि रिहायशी क्षेत्र में पैंथर का मूवमेंट है, इस कारण वन विभाग ने भी बिना देरी किए कॉलोनी में कुछ जगह पिंजरे लगाएं है। उम्मीद है जल्द ही पैंथर पकड़ा जाएगा और कॉलोनी का खौफ खत्म होगा। फोरेस्ट डिपार्टमेंट ने बताया कि नाथद्वारा और आसपास के क्षेत्र में स्थित जंगलों में जंगली जानवर कम होने के कारण पैंथर और अन्य बड़े जानवरों को खाने की कमी हो गई है। इस कारण वे अब रिहायशी कॉलोनियों की तरफ शिकार करने आने लगे हैं।

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