सार
जयपुर से एक दुखद खबर सामने आई है। जहां बचपन के 2 दोस्तों की एक साथ दर्दनाक मौत हो गई। वह एक साथ खेले-कूदे...साथ बड़े होते गए और उसके बाद साथ ही एक ही कंपनी में नौकरी भी लगे। लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि उनकी साथ ही मौत हो जाएगी।
जयपुर (राजस्थान). जयपुर में रहने वाले 22 साल के रवि और 25 साल के रौनक ने बचपन से साथ पढ़ाई की। साथ खेले ,कूदे । साथ बड़े होते गए और उसके बाद साथ ही एक ही कंपनी में नौकरी भी लगे। यह साथ शुक्रवार को उस समय तक भी जारी रहा जब दौसा जिले में एक ट्रक ने दोनों को कुचल दिया । दोनों दोस्तों की मौत की खबर जब उनके परिवार तक पहुंची तो कोहराम मच गया । घटना दौसा जिले के जिरोता मोड की है। जहां पर रॉन्ग साइड से आ रहे एक ट्रेलर ने रवि और रौनक की बाइक को टक्कर मारने के बाद दोनों को रौंद दिया। दौसा जिले की सदर थाना पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की जांच पड़ताल कर रही है और हादसे के बाद फरार हो गए ट्रेलर चालक के बारे में तलाश कर रही है।
रक्षाबंधन मनाकर दौसा होते हुए जयपुर आ रहे थे...
सदर पुलिस ने बताया कि जयपुर में रहने वाले रवि सैनी और रौनक गुप्ता जयपुर में ही एक टेलीकॉम कंपनी में काम करते थे । वह बुधवार को करौली के गुढ़ाचंद्रजी क्षेत्र में स्थित अपनी बहनों के यहां गए थे। उसके बाद रक्षाबंधन मना कर वे लोग शुक्रवार शाम वापस दौसा होते हुए जयपुर आ रहे थे । दौसा के जिरोता मोड़ के नजदीक सामने रॉन्ग साइड से आ रहे ट्रेलर ने दोनों की जान ले ली।
घरवाले शादी करने वाले थे और हो गई मौत
परिजनों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि रवि परिवार में सबसे बड़ा था। उसके दो छोटे भाई और हैं। उसके पिता ड्राइवर हैं। वही रौनक गुप्ता घर में इकलौता बेटा था । दोनों की मौत के बाद दोनों के शव दौसा जिले के जिला अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाए गए । देर रात दोनों के शवों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया। इस घटना के बाद करौली और जयपुर में उनके परिजनों के यहां मातम छाया हुआ है । रौनक गुप्ता 25 वर्ष का था और उसके परिवार में उसकी शादी की बातचीत चल रही थी। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था ।
दोनों जन्म से लेकर मौत तक साथ रहे और अर्थी भी साथ ही उठी
दोनों दोस्त जन्म से लेकर साथ रहे और दोनों की अर्थी भी साथ ही उठी। दौसा पुलिस ने बताया कि जिरोता मोड पर शाम होते ही बड़े वाहन चालक चक्कर बचाने के चलते कई बार रॉन्ग साइड से अपने वाहन ले जाते हैं। इस कारण कई बार पहले भी हादसे हो चुके हैं । पुलिस उन पर कार्रवाई करती है लेकिन जरा सी लापरवाही के कारण किसी ना किसी परिवार का चिराग हमेशा के लिए बुझ जाता है।