सार
डेस्टिनेशन वेडिंग के नाम पर आर्डर देकर पंजाब से बुला लिए 16 फोटोग्राफर्स, रात को पसंद का खाना खिलाया, सुबह उठे तो 30 लाख के कैमरे व समान गायब जाने पूरा मामला..
जयपुर. राजस्थान के जालौर जिले में डेस्टिनेशन वेडिंग के नाम पर 16 फोटाग्राफर्स के साथ 30 लाख रुपए की ठगी का बड़ा खेल सामने आया है। यहां फोटोग्राफर्स को पहले तो डेस्टिनेशन वेडिंग के नाम पर पंजाब से बुला लिया गया। बाद में उन्हें धर्मशाला में ठहराकर खाना भी खिलाया। लेकिन, इसी खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। जिसे खाने के कुछ देर बाद ही फोटाग्राफर्स बेसुध हो गए। होश आया तो सबके कैमरे गायब मिले। जिसके बाद सबने मिलकर सांचौर पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच व आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
ठगने के लिए बड़ी डेस्टिनेशन वेडिंग का नाम लिया
ठगी के शिकार हुए फोटाग्राफर्स पंजाब के फाजिल्का जिले के हैं। जिन्होंने मामले में अलग अलग रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि पंजाब के कुछ फोटोग्राफर्स को फोन कर किसी शख्स ने सांचौर क्षेत्र में वेडिंग सेरेमनी की बात कहते हुए फोटोग्राफी के लिए आमंत्रित किया था। उन्हें कहा गया कि सांचौर में बड़ी वेडिंग सेरेमनी है। जिसके लिए करीब 20 फोटोग्राफर्स चाहिए। जो बड़े इवेंट के हिसाब से बड़े कैमरे रखते हो, साथ ही बड़े कार्यक्रमों को कवर करने का भी अनुभव हो। इस फोन के बाद पंजाब के अलग अलग क्षेत्रों से 16 फोटोग्राफर्स सांचौर पहुंच गए। जहां फोन पर बुलाने वालों ने सभी को एक होटल में ठहरा दिया गया। इसके बाद रात को उन्हें पसदं का खाना खिलाया गया। जिसमें नशे की कोई दवा डाल दी गई। जिसके कुछ देर बाद ही सभी फोटोग्राफर्स बेहोश हो गए। जब सुबह उठे तो उन्हें अपने कैमरे व सारे सामान गायब मिले। ठगी का शिकार होने का अहसास होने पर उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी।
फोन किया बंद, तलाश में जुटी पुलिस
फोटोग्राफर्स ने बताया कि जिस नम्बर से उन्हें फोन किया जा रहा था वे रात तक तो चालू थे लेकिन घटना को अंजाम देने के साथ ही आरोपियों ने उन्हें बंद कर दिया। कई बार फोन करने पर भी नम्बर नहीं लगा तो ही उन्हें ठगी का शिकार होने का अनुमान हुआ। जिसके बाद सीधे पुलिस थाने पहुंचकर उन्होंने घटना की जानकारी पुलिस को देते हुए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। रिपोर्ट में उन्होने बताया कि आरोपियों ने उन्हे कुछ अमाउंट एडवांस बुकिंग के नाम पर यूपीआई किया था। जिसमें दो अलग- अलग नंबर का उपयोग किया गया था। पुलिस ने रिपोर्ट में दर्ज जानकारी के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरु कर दी है।