सार

राजस्थान के जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार प्रदेश में अगले 24 घंटों में बरसात की संभावना जताई है, इसके साथ  ही प्रदेश के पूर्वी हिस्से के जिलों के लिए ऑरेंज तो पश्चिमी भाग के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया है।

जयपुर. राजस्थान में मानसून के लिए अनुकूलता बढ़ती जा रही है। प्रदेश में बुधवार को भी मौसम विभाग ने 24 जिलों में बरसात की संभावना जताई है। जिनमें से तीन जिलों में भारी बरसात भी हो सकती है। वहीं, गुरुवार को दो जिलों में और भी तेज बरसात की भी भविष्यवाणी की गई है। मामले में मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसके मुताबिक बुधवार को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, भरतपुर, जयपुर, उदयपुर व कोटा तथा पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर संभाग में बरसात होगी। इनमें पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों के लिए ऑरेंज व पश्चिमी राजस्थान के तीन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

आज हल्की से भारी, कल अति भारी बरसात

मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार बुधवार को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बूंदी, टोंक, भीलवाड़ा, बारां, झालावाड़, चित्तोडगढ़़, दौसा, डूंगरपुर, जयपुर, कोटा, करौली, झुंझुनूं, प्रतापगढ़, सीकर, सिरोही, सवाईमाधोपुर, राजसमन्द व उदयपुर जिलों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बरसात हो सकती है। जिनमें भरतपुर, करौली व धोलपुर जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति की हवाओं के साथ कुछ इलाकों में भारी बरसात होने की संभावना है। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालौर व पाली जिले में 30 से 50 किलोमीटर गति की हवा के साथ कुछ क्षेत्र हल्की बरसात से भीग सकते हैं। वहीं, गुरुवार को प्रदेश में  अति भारी बरसात की भी संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार गुरुवार को पूर्वी राजस्थान के अजमेर, अलवर, भरतपुर, टोंक, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, दौसा, झुंझुनूं, जयपुर, करौली, प्रतापगढ़, सवाई माधोपुर व सीकर जिलों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की गति की हवाओं के साथ बरसात होगी। जिनमें से करौली व सवाईमाधोपुर जिलों में अति भारी बरसात भी हो सकती है।

उमस व गर्मी ने सताया
मानसून से पहले प्रदेश के कई जिलों में अब भी उमसभरी गर्मी से आमजन बेहाल है। ज्यादा खराब हालत पश्चिमी राजस्थान में है। जहां मंगलवार को अधिकतम तापमान फलौदी में 45.4 डिग्री दर्ज हुआ। वहीं, पूर्वी राजस्थान में भी पिलानी में 42.2 डिग्री तापमान के साथ उमस से भरी गर्मी ने लोगों को हलकान रखा।

क्या है यलो और ऑरेंज अलर्ट
येलो अलर्ट में हल्की से मध्यम बारिश की चेतावनी होती है। मौसम के अनुसार इस अलर्ट का मतलब होता है कि हम हमारे इलाके में हो रही बारिश को लेकर सचेत रहें। येलो अलर्ट जारी करने का मतलब वास्तव में लोगों को सतर्क करना होता है।
तो वहीं ऑरेंज अलर्ट में मध्यम से भारी बारिश के लिए चेतावनी जारी की जाती है। मौसम विभाग ऑरेंज अलर्ट को यलो चेतावनी के स्तर में बढ़ने के बाद जारी करता है तो इसका मतलब होता है कि अब आप को खराब मौसम के लिए तैयार रहने की जरूरत है। इस अलर्ट का मतलब होता है मौसम ऐसे करवट ले सकता है जिसका असर जनजीवन पर पड़ सकता है। जब इस तरह का अलर्ट जारी होता है मतलब है, कि हमें सुरक्षा इंतजाम के लिए तैयार रहना चाहिए।

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