सार
राजस्थान में एक बार फिर माइनस में जाएगा तापमान। इसका कारण है कि पहाड़ी इलाकों में होने वाली बर्फबारी और बारिश। इसके चलते यहां से चलने वाली शीतलहर का रूख प्रदेश की तरफ रहेगा, जिसके चलते बढ़ेगी ठिठुरन। जानिए अपने जिले के ताजा मौसम के हाल।
जयपुर (jaipur). जम्मू कश्मीर लद्दाख और द्रास जैसे पहाड़ी इलाकों में पिछले करीब 1 सप्ताह से ज्यादा समय से हो रही बारिश और बर्फबारी अब थमने ही वाली है। इस बारिश और बर्फबारी ने अब राजस्थान हरियाणा पंजाब जैसे राज्यों की चिंता बढ़ा दी है। क्योंकि पहाड़ी इलाकों से चलने वाली सर्द हवाएं यहां शीतलहर अब इन्हीं राज्यों की तरफ रुख करने वाली है (rajasthan weather updates)। ऐसे में मकर सक्रांति के दिन से इन सभी राज्यों में भीषण सर्दी का दौर शुरू हो जाएगा। जो करीब 1 सप्ताह तक बना रहेगा। संभावना जताई जा रही है कि इन शीतलहर के प्रभाव से राजस्थान के कई इलाकों में तापमान 1 बार फिर माइनस में दर्ज किया जाएगा।
प्रदेश के तापमान में आया बदलाव
वही आज राजस्थान में न्यूनतम तापमान की बात करें तो कल की बजाय तापमान में हल्की गिरावट आई है। हवा का रुख बार-बार बदलने के चलते न्यूनतम तापमान में इस तरह का बदलाव हुआ है।फिलहाल राजस्थान में अगले 5 दिन मौसम शुष्क रहेगा। हालांकि इन पहाड़ी इलाकों से चलने वाली हवाओं के चलते अगले 48 घंटों में राजस्थान में तापमान में तीन से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। वही माउंट आबू फतेहपुर और जोबनेर जैसे इलाकों में तो तापमान मैंने इसमें भी रिकॉर्ड किया जा सकता है।
जयपुर मौसम केंद्र ने जताई शीतलहर चलने की संभावना
वही जयपुर मौसम केंद्र ने मकर सक्रांति से 16 जनवरी तक शीतलहर चलने की संभावना जताई है। जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के मुताबिक नागौर,श्रीगंगानगर,जैसलमेर समेत करीब 19 जिलों में शीतलहर चलने की संभावना जताई है। सीकर झुंझुनू और नागौर जैसे इलाकों में तो तेज शीतलहर चलने की संभावना है। इसके लिए मौसम केंद्र ने इन इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो पहाड़ी इलाकों की सर्द हवाओं का असर जनवरी अंत तक रहने वाला है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि राजस्थान में इस बार कड़ाके की सर्दी का असर राजस्थान में जनवरी अंत तक रहेगा। हालांकि फरवरी में लोकल चक्रवात पर निर्भर होगा कि मौसम कैसा होगा।