सार
राजस्थान में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जहां बकरी के नाम से दो सौ रुपए की लॉटरी टिकट खरीदी जिसमें 10 हजार की वाशिंग मशीन निकल आई। ईनाम लेने भी बकरी आई। लोगों ने पूरी बात जान चौक गए, फिर बोले इसे कहते हैं जैकपॉट....
झालावाड़. राजस्थान के झालावाड़ शहर से बेहद अजीबोगरीब मामला सामने आया है। नवरात्रि के कार्यक्रमों के दौरान एक संस्था ने लकी ड्रॉ रखें ताकि नवरात्रि में ज्यादा से ज्यादा लोग शामिल हो सके । लकी ड्रॉ के इस टिकट को झालावाड़ में ही रहने वाले एक परिवार ने ₹200 में खरीदा और पता चला कि इस टिकट पर 10 हजार की वाशिंग मशीन निकाली गई । यहां तक तो सब सही था लेकिन जब आयोजकों को पता चला कि यह टिकट एक बकरी के नाम से भरा गया था तो वह भी चौक गए। बाद में आयोजकों ने परिवार को वॉशिंग मशीन दी और बकरी को माला पहनाई बकरी का नाम भावना है और परिवार ने इसे बेटी की तरह पाला है ।
यह है पूरा मामला
यह पूरा घटनाक्रम झालावाड़ के कोलाबा छेत्र का है। कोलाबा क्षेत्र में रहने वाले फूलचंद के यहां 2 साल की एक पालतू बकरी है। जिसका नाम भावना है। परिवार ने बकरी को बच्चों की तरह पाला है और वह घर में बच्चों की तरह ही रहती है । उसे बांधकर नहीं रखा जाता। बकरी को रखने वाले फूल चंद ने बताया कि वह और उनका परिवार कुछ सालों से बस स्टैंड पर होने वाले गरबा कार्यक्रम में शामिल होने जाते हैं। इस बार भी गए थे।
सेवा दल के लोगों ने नवरात्रि में रखा था लॉटरी टिकट
गरबा का आयोजन करने वाले जय माता दी सेवा दल के आयोजकों ने गरबा में शामिल होने के लिए 200 रुपए की टिकट दी थी । इस टिकट पर कुछ उपहार थे। फूलचंद ने भावना के नाम से टिकट खरीदा है और उसके बाद गरबा का आयोजन पूरा हुआ। आयोजन के बाद मंगलवार को आयोजकों ने लकी ड्रॉ के जरिए पुरस्कार बांटे तो भावना के नाम से यह पुरस्कार निकला और यह पुरस्कार था करीब 10 हजार रुपए की वाशिंग मशीन।
बकरी को ईनाम लेने आए देख हुए हैरान
आयोजक जब इस बारे में फूलचंद को बताया और उन्हें सूचना दी कि वे पुरस्कार लेने आएं। फूलचंद जब अपनी बकरी के साथ पुरस्कार लेने पहुंचे तो हर कोई चौक गया। मंच से आयोजकों ने जब भावना का नाम पुकारा तो भावना मंच पर दौड़ते हुए जा पहुंची। यह पल सबके लिए हैरान करने वाला था। बाद में फूलचंद और भावना दोनों को आयोजकों ने माला पहनाई और उन्हें वॉशिंग मशीन उपहार में दी।
वहीं इस वाकये के बाद आयोजकों ने बताया कि वे लोग 25 साल से गरबा आयोजन कर रहे हैं। पहली बार ऐसा सामने आया है कि किसी ने अपने पालतू जानवर वह भी बकरी के नाम से टिकट खरीदा हो।
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