सार

राजस्थान में दलितों के साथ हो रहे अत्याचार का अंत होता नहीं दिख रहा है। ताजा मामला प्रदेश के झालावाड़ जिले का है जहां दलितों द्वारा मंदिर में भजन कीर्तन करने पर दूसरे समूह ने हुक्का पानी बंद करा दिया है। इसके बाद पुलिस केस दर्ज कराया गया है। 

झालावाड़. राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले जहां पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे मंदिरों में पूजा- अर्चना कर रही है, वहीं उनके गृह जिले झालावाड़ के एक मंदिर में दलित समाज की पूजा बवाल का सबब बन गई है। मंदिर में दलित समाज के कीर्तन करने से एक समाज ने नाराज होकर  उनका हुक्का पानी बंद कर दिया है। गांव से बाहर निकलने की धमकी भी दे रहा है। मानसिक रूप से परेशान होने पर  दलित समाज के लोगों ने आखिरकार पुलिस की मदद ली है। उन्होंने जावर पुलिस थाने में समाज के लोगों के खिलाफ भेदभाव का मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

बाबा रामदेव के कीर्तन का किया विरोध
थानाधिकारी विजेन्द्र सिंह ने बताया कि थाना इलाके के  जतावा गांव के बैरवा समाज के लोगों ने परिवाद पेश किया है। जिसमें बताया कि पिछले दिनों उन्होंने आराध्य देव बाबा रामदेव का मंदिर में कीर्तन करवाया था। जिसे शुरू करते ही समाज के लोधा समाज ने आपत्ति जता दी। बड़ी मुश्किल से कीर्तन का कार्यक्रम तो पूरा हो गया लेकिन इसके बाद से समाज के लोग उनसे रंजिश ठान बैठे हैं। वे उन्हें मानसिक रूप से प्रताडि़त कर गांव में नहीं रहने देने की धमकी दे रहे हैं। रोजाना नए तरीकों से वे उन्हें परेशान कर रहे हैं। 

बातचीत व दुकान से समान बंद
समाज के लोगों ने थाने में पेश परिवाद में बताया कि गांव के बहुसंख्यक वर्ग ने मंदिर में धार्मिक आयोजन के बाद से उनसे बोलचाल बंद कर दी है। घोषणा की गई है कि उनसे बात करने पर लोधा समाज के व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार कर दिया जाएगा। दुकान मालिकों पर  भी  उन्हें किसी भी तरह का सामान नहीं देने का दबाव बनाया जा रहा है।  इससे उनकी परेशानी बढ़ गई है। वे मानसिक रूप से ज्यादा परेशान हो गए हैं। आरोप है कि लोधा समाज ने  एक मत होकर दलित परिवारों को किसी प्रकार की सहायता नहीं देने का फैसला लिया है।

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