सार
कोटा जेके लोन हॉस्पिटल में 35 दिन के अंदर बच्चों की मौत का आंकड़ा आज 106 हो गया। शनिवार के दिन फिर एक मासूम ने दम तोड़ दिया।
कोटा (राजस्थान). कोटा जेके लोन हॉस्पिटल में 35 दिन के अंदर बच्चों की मौत का आंकड़ा आज 106 हो गया। शनिवार के दिन फिर एक मासूम ने दम तोड़ दिया। शुक्रवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने अस्पताल का दौरा किया था। उन्होंने जिस बच्ची को देखा उसकी भी जान चली गई।
चेहरे पर डर,भय और लाचारी फिर आना मजबूरी...
कोटा संभाग की अवादी करीब 50 लाख के आसपास है और यहां जेके अस्पताल ही बच्चों के इलाज के लिए एक मात्रा अस्पताल है। दूर-दूर के गांवों से महलाओं ना चाहकर भी अपने लाल का यहां इलाज कराने आना पड़ रहा है। उनके चेहरे पर डर, भय, खौफ और लचारी दिख रही है। कहीं कल उनके बेटे का नंबर तो नहीं। लेकिन क्या करें फिर भी इलाज कराने आ रहीं हैं।
माता-पिता गोद में भी नहीं उठा सके लाल को...
हांडीखेड़ा गांव रहनी वाली देवराज की पत्नी पार्वती ने 29 दिसंबर को बेटी को जन्म दिया था। जहां दो दिन बाद नवजात की मौत हो गई। लेकिन मां को ऐसा सदमा लगा कि उसको आज भी यह पता नहीं है कि उसका बच्चा जिंदा है या मर गया। पति ने कहा-हमारी किस्मत तो देखो हमको बेटे को गोद में उठाने तक का समय नहीं मिला और उसकी मौत हो गई।
सिसकियां सुनकर फटजाता है कलेजा
जिन बच्चों की मौत हो गई है उस मां का कोई हाल नहीं ले रहा है। वह या तो अस्पताल के कोने में बैठी रो रही है। या घर जाकर अपनी किस्मत को कोस रही होगी। साथ ही जो अस्पताल में अपने जिगर के टुकड़े के साथ भर्ती हैं उनकी सिसकियां सुनकर भी कलेजा फट जाता है।
अस्पताल में नेताओं का लग रहा जमावड़ा
जब पूरे देश में बच्चों की मोत से हाहाकार मच गया। तब जाकर एक महीने बाद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को मासूमों की याद और शुकवार के दिन दौरा करने चल दिए। अस्पताल प्रबंधन की हद देखो बच्चों का इलाज करने की बजाए मंत्री के स्वागत में ग्रीन कारपेट बिछा दी। वहां आज शनिवार के दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी पीड़ित परिवारों से मिलने कोटा पहुंचे। दूसरी तरफ दोपहर में उपमुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट भी इलाज के दौरान अस्पताल में मरे बच्चों के घर पहुंचे तथा परिजनो से मिले।