सार
राजस्थान के जोधपुर के जाने-माने और हैंडिक्राफ्ट कारोबारी अशोक चोपड़ा के घर 10 करोड़ की चोरी हो गई। इस चोरी को किसी और ने नहीं उनके चार नेपाली नौकरों ने मिलकर अंजाम दिया था। पुलिस अब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सके हैं। लेकिन कोरोबारी की बेटी ने इस मामले को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
जोधपुर. राजस्थान के जोधपुर में हुई दस करोड़ रुपए की चोरी की इनसाइड़ स्टोरी आपको हैरान कर देगी। दस करोड़ का सामान चुराने के बाद अब परिवार की जो हालात है वह बेहद चौंकाने वाली है। परिवार में रहने वाली बीस साल की बेटी पूरी तरह से टूट चुकी है। बीस साल की लवीना का कहना है कि हमने उन लोगों को कभी नौकर ही नहीं माना, परिवार का सदस्य समझा... क्या परिवार का सदस्य ऐसा करता है भला। पुलिस ने इस मामले में ऐड़ी से चोटी तक का जोर लगा रखा है आरोपियों को पकडने के लिए.....। लेकिन अभी तक एक भी व्यक्ति हाथ में नहीं आ सका है। जोधपुर, फिर नागौर और अब दिल्ली तक सर्च की जा रही है।
पढ़िए इस पूरे कांड़ की इनसाइड स्टोरी
शुरुआत से शुरु करते हैं....। जोधपुर के बड़े कारोबारी हैं अशोक चोपड़ा। हैंडीक्राफ्ट का बड़ा कारोबार है। विदेशों तक जाता है जोधपुर से...। जोधपुर की पॉश कॉलोनी में रहने वाले चोपड़ा और उनकी बेटी लवीना को बीते शनिवार रात उनके चार नौकर नशा देकर घर से 10 करोड़ रुपए का सामान चुरा ले गए। फ्राइड राईस और मंचुरियन खाने के बाद पिता और बेटी को रविवार रात यानि करीब 21 घंटे बाद होश आया। आज मंगलवार हो गया है लेकिन अभी तक इन दोनों को पूरी बातें ठीक से याद नहीं आ रही हैं। बेटी ने बताया- पिता का बड़ा कारोबार है, घर में लक्ष्मी, मंजू समेत चार नौकर थे। चार साल से काम कर रही लक्ष्मी ने तीन नौकरों को चार महीने पहले ही काम पर लगवाया था। लेकिन उन लोगों ने शायद मंजू को भी दबाव में अपने साथ मिलाया और उससे सब कुछ पूछकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
चोरी से पहले मालकिन को किया था 4 बार फोन
पुलिस ने बताया कि मंजू उनके साथ शायद नहीं मिलना चाह रही थी, न ही उनका साथ देना चाह रही थी। यही कारण है कि लक्ष्मी ने चोपड़ा की बड़ी बेटी अंकिता जो अपनी मां के साथ कोलकाता गई हुई थी, शनिवार रात उनको चार बार फोन किया लेकिन वे फोन नहीं उठा सकी। उसके बाद मैसेज किया कि आज रात को चोरी होने वाली है। ऐसा ही हुआ।
सफर के दौरान फ्लाइट में रोती रही कारोबारी की पत्नी
पत्नी संगीता को रविवार को इसका पता चला तो वे कोलकाता से जयपुर की फ्लाइट पकडकर लौटी। फ्लाइट में रोती रहीं, बस यही कामना करती रहीं कि पति और बच्चों को कुछ ना हो। रविवार शाम जब बेटी और पति को होश आया तब जाकर संगीता ने राहत की सांस ली। घर आते ही मंदिर संभाला, वहां सब सही मिला। संगीता ने पुलिस को बताया कि परिवार सदमे में है। बेटी लवीना बहुत गुस्से में है, ज्यादा कुछ याद नहीं है इसको लेकिन उसका यही कहना है कि भरोसा टूट गया मम्मी अब तो.....।
पूरी तरह से हाईटेक घर...फिर कैसे हो गई चोरी की वारदात
चोपड़ा एयरफोर्स थाना क्षेत्र में रहते हैं। बंगला ही 50 करोड़ से ज्यादा का है। पूरे घर में सब कुछ गैजेट से भरा हुआ है। सिक्योरिटी बहुत खतरनाक है। सीसीटीवी कैमरे ऐसे हैं जिनमे आवाज तक रिकॉर्ड होती है। सारे गेट बटन से खुलते हैं। तिजोरियों में पासवर्ड लगा हुआ है। यही कारण है कि जो तिजोरी खुली नहीं, उसे नेपाली नौकरों ने उखाड़ लिया। वह तिजोरी नागौर में मिल गई और बिना टूट फूटे। उसमें माल सुरक्षित मिला है।
पुलिस ने तुरंत पकड़ा सोने-हीरे से बने सामान
नागौर में ही जोधपुर पुलिस ने एक शख्स को पकडा है। वह भी नेपाली है और किसी के यहां नौकर है। चारों नेपाली नौकर उसके पास गए थे और सोने चांदी के जेवरों और बर्तनों की हिफाजत करने के लिए उसे पेशगी के रुप में सोने का एक हाथ तक दे दिया था। उसके पास रखे सामान को नेपाली जल्द ही ले जाने वाले थे, लेकिन वह देर रात पुलिस के हाथ लग गया। उसमें सोने की चम्मच, कांटे, कटोरियां, सोने और प्लेटेनियम के बटन और अन्य जेवर शामिल है। ये माल बरामद कर लिया गया है। लेकिन उसके बाद भी करोड़ों रुपयों का माल बरामद नहीं हो सका है। न ही चारों नौकर लक्ष्मी, मंजू और अन्य मिल सके हैं।
बेटी सोती रह गई और हो गई चोरी
सात साल का दोहिता शिवराज भी इस घटना का हिस्सा है। दरअसल, शिवराज घर में उपर की मंजिल पर सो रहा था। शिवराज की केयर टेकर मंजू को भी चार महीने पहले ही काम पर रखा गया था। लेकिन चोरी की रात वह भी फरार हो गई। मंजू के चले जाने के कारण देर रात शिवराज जागा तो डर गया। वह डरता डरता नीचे आया और उसके बाद बेहोश पड़े चोपड़ा को जगाने की कोशिश की। लेकिन वे नहीं जागे तो शिवराज उनके पास ही सो गया। बाद में अगले दिन भी शिवराज समय पर जाग गया, लेकिन चोपड़ा और लवीना सोते रह गए।