सार
राजस्थान के एक केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर चिपका दिया सवा साल पुराना वीडियो ,पूछा ....गहलोत जी किस मिट्टी के बने हैं ..आप ? सीएम के ओएसडी ने भी लिखा पहले खुद की मिट्टी तो चेक कर लें आप।
जोधपुर. राजस्थान में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में अक्सर सोशल मीडिया पर युद्ध चलता रहता है । दोनों ही पार्टियों के नेता एक दूसरे को सोशल मीडिया पर नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। इस जुबानी जंग में कभी कांग्रेस जीत दर्ज करती है तो कभी भाजपा के नेता जीत जाते हैं । लेकिन अब आज जो घटनाक्रम चल रहा है उसमें तो भाजपा के केंद्रीय नेता गजेंद्र सिंह शेखावत की जोरदार किरकिरी हो गई ।
सोशल मीडिया में शेयर किया पुराना वीडियो
दरअसल शेखावत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक ऐसा वीडियो वायरल कर दिया जो करीब सवा साल पुराना है। वर्तमान में उदयपुर में चल रहे सर तन से जुदा करने वाले वीडियो और घटनाओं से संबंधित ही यह वीडियो बताया जा रहा है । इस वीडियो में सात से आठ युवा एक हिंदू धर्म गुरु का सिर तन से जुदा करने की बात कहते हुए दिख रहे हैं।
वीडियो पोस्ट किया और लिखा गहलोत जी किस मिट्टी के बने हुए हैं आप ....
सीएम के ओएसडी ने दिया करारा जवाब
दरअसल जोधपुर से आने वाले सांसद और भाजपा के केंद्रीय नेता गजेंद्र सिंह शेखावत ने जयपुर शहर के घाट गेट बाजार का एक वीडियो सोशल मीडिया अकाउंट से वायरल किया। इस वीडियो पर उन्होंने लिखा कि गहलोत जी आप किस मिट्टी के बने हुए हैं, जयपुर से सिर तन से जुदा करने के वीडियो सोशल मीडिया पर डाले जा रहे हैं और पुलिस कहीं दिखाई नहीं दे रही। पुलिस का कहीं अता पता नहीं है। इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने करारा जवाब देते हुए लिखा कि पहले आप बताएं कि आप किस मिट्टी के बने हुए हैं , जो मिट्टी आपको पुराने वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने से नहीं रोकती । इन वीडियो के वायरल होने से अमन-चैन खतरे में आ सकता है। इस पोस्ट के बाद फिलहाल केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की कोई पोस्ट सामने नहीं आई है ।
डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख का बयान आया सामने
दरअसल जो वीडियो वायरल किया जा रहा है वह जयपुर शहर के घाट गेट बाजार का है ,जो पिछले साल अप्रैल का है। इस वीडियो में दिख रहे 8 व्यक्तियों के बारे में डीसीपी नॉर्थ परिस देशमुख का कहना है कि तमाम लोगों के खिलाफ उसी समय कार्रवाई कर दी गई थी। अब जनता से अपील की जाती है कि इस वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित ना करें। ऐसा करने पर पुलिस उक्त लोगों के खिलाफ गंभीर कार्रवाई कर सकती है।
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