सार
सड़क हादसे में युवक की मौत के बाद कचरा उठाने वाली गाड़ी में लाश डाल कर ले गए पुलिस वाले। घटना की जानकारी मिलने पर SP बोले की दोषी पाए जाने वालो पर होगी कार्रवाही
जोधपुर.देश में प्रधानमंत्री स्वच्छ भारत अभियान चला रहे है जिसके तहत देश में कचरा उठाने वाले वर्करों और ऐसे कचरा उठाने वाले को सम्मान देते है या सम्मान की नजर से देखते है। लेकिन कुछ ऐसी घटनाएं हो जाती है जो ऐसे सम्मान को झूठा साबित कर देते है। जहां जोधपुर में एक कचरा बीनने के वाले के साथ ऐसी घटना हुई की जिसने इंसानियत भी शर्मिंदा हो गई। दरअसल बरकतुल्लाह खान स्टेडियम परिसर स्थित प्रतापनगर एसीपी कार्यालय के पास बुधवार सुबह एक कचरा बिनने वाले व्यक्ति को बस ने अपनी चपेट में ले लिया। जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। घटना देख मौके पर भीड़ भी जमा हो गई थी। पुलिस ने कुछ देर किसी लोडिंग टैक्सी का इंतजार किया लेकिन सड़क पर भीड़ को देखते हुए वहां आई निगम की कचरा उठाने वाली गाड़ी में ही शव को डाल कर एमडीएम ट्रामा सेंटर भेजा। पुलिस के अनुसार मृतक का नाम देवाराम पुत्र ओमप्रकाश पालपोश में थाना बिलाड़ा क्षेत्र का रहने वाला है। लंबे समय से घर छोड़ कर कचरा बीनने का काम कर रहा था। डेड बॉडी को कचरा गाड़ी में ले जाने के कारण पुलिस के इस एक्शन की किरकिरी हो रही है।
ये कहा पुलिस ने अपनी सफाई में
डेड बॉडी को इस तरह ले जाने के बारे मे जब बड़े अधिकारियों को पता चला तो घटना की पूरी जानकारी लेने के लिए आला अधिकारियों ने देव नगर थाना प्रभारी से सम्पर्क किया। थाना अधिकारी जयकिशन सोनी ने अपने अधिकारियों को बताया कि मौके पर भीड़ जमा हो रही थी साथ ही ट्रैफिक जाम की समस्या भी आ रही थी, ऐसे में शव को जल्दी हटाना जरूरी था। वहां मौजूद हेड कांस्टेबल रावत सिंह ने लोडिंग टैक्सी मंगाने का प्रयास किया लेकिन कोई टैक्सी नहीं आई तो आखिरकार जल्दी शव को अस्पताल पहुंचाने के लिए उसे शव वाहन में शव रखकर ले गए। अभी पुलिस का कोई अधिकारी इस मामले में कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है। वहीं एमडीएम ट्रॉमा सेंटर के कर्मचारियों ने कचरे की गाड़ी से शव आने की पुष्टि की है।
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