सार

जोधपुर में सुबह हुए सड़क हादसे में दो जैन संतों का निधन हो गया है और एक अन्य की हालत गंभीर बनी है। जैन समाज में छाया शोक, संतों के दर्शन करने उमड़ रहे भक्त।

जोधपुर.राजस्थान के जोधपुर जिले से जैन संतों के सड़क हादसे में निधन की खबर के बाद पूरे प्रदेश भर के जैन समाज में शोक की लहर छा गई है। संतों के अंतिम दर्शन के लिए उन्हें सफेद वस्त्रों मे रखा गया है। मंदिर में अंतिम दर्शन करने वालों की होड़ लगी हुई है। दो संतों के निधन के अलावा एक अन्य संत गंभीर घायल भी हैं। उनका इलाज जारी है। 

पाली हाइवे पर गलत दिशा से आ रहे ट्रक ने कुचला
जोधपुर जिले की कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने बताया कि तड़के करीब चार से पांच बजे के दौरान यह हादसा हुआ। पाली हाइवे पर एक ट्रक गलत दिशा से आ रहा था। मोगडा के नजदीक हुए इस हादसे में ट्रक चालक की गंभीर लापरवाही सामने आई है। तीनों संत एक के पीछे एक पैदल विचरण कर रहे थे। सड़क के एकदम किनारे चल रहे थे। लेकिन उसके बाद भी बेकाबू ट्रक ने चपेट में ले लिया। 

जोधपुर के लिए रवाना हुए थे सात संत

पुलिस ने बताया कि मोगड़ा क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में कुछ संतों का ठहराव था। आज वे सात संत पैदल ही विचरण करते हुए जोधपुर शहर के लिए रवाना हुए थे। सवेरे मोगडा से जोधपुर की ओर गलत दिशा में ट्रक आ रहा था। ट्रक की रफ्तार भी तेज थी। तीन संतों को कुचलने के बाद ट्रक चालक ने ट्रक रोका। चार अन्य संत उनके आगे चल रहे थे। इस हादसे में दो संतों की मौत हो गई। दोनो को घायल हालात में अस्पताल में भर्ती भी कराया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत बता दिया। 

इन संतों का हुआ निधन

पुलिस ने बताया कि गंभीर घायल जैन संत चरण तिलक विजय की और जैन संत चैतन्य विजय तिलक ने दम तोड़ दिया। हादसे में गंभीर घायल सारस्वत तिलक को एम्स ले जाया गया। उनके सिर में चोटें लगी हैं। हादसे का पता लगते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हादसे का पता लगते ही जैन समाज में शोक की लहर छा गई। समाज के पदाधिकारी व समाज के अन्य लोग जैन मंदिर पहुंचे और संतों के आखिरी दर्शन किए।  जैन समाज के आग्रह पर पुलिस ने बगैर कोई कार्रवाई या पोस्टमार्टम कराए दोनों शव सुपुर्द किए। 


प्रदेश के मुख्यमंत्री ने दुख व्यक्त किया
सुबह सड़क हादसे में मृत हुए संतो के प्रति प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गहरादुख जताते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। संतों के निधन पर शोक जताते हुए उन्होने उनकी आत्मा की शांति हेतु भगवान से प्रार्थना की है, साथ ही घायल हुए संत के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।