सार

राजस्थान के उदयपुर में बहुचर्चित कन्हैया हत्याकांड अब एक बार पिर चर्चा में आ गया है। क्योंकि इस घटना के मुख्य गवाह राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज हो गया है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सभी अफसरों और चिकित्सकों को आदेश दे दिए हैं कि राजकुमार की जान बचाने के लिए एडी से चोटी तक का जोर लगा दीजिए।

उदयपुर. राजस्थान समेत पूरे देश को दहला देने वाले कन्हैया लाल हत्याकांड के मुख्य चश्मदीद गवाह राजकुमार शर्मा की हालत को लेकर बड़ी खबर सामने आई है।  राजकुमार शर्मा के आज दोपहर में अचानक तबीयत खराब होने के बाद उन्हें उदयपुर में मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।  प्रारंभिक जानकारी के अनुसार राजकुमार शर्मा को ब्रेन हेमरेज हुआ है और वह घर में अचानक गिर गए । अचेत होने पर अस्पताल को इसकी सूचना दी गई और उसके बाद पुलिस को भी इस बारे में जानकारी दी गई। 

गहलोत बोले-हर कीमत पर उसकी जान बचनी चाहिए, कुछ भी करो...
 जैसे ही सूचना एसपी उदयपुर के जरिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तक पहुंची तो उन्होंने उदयपुर एवं जयपुर के सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों को उदयपुर में इलाज के लिए रवाना कर दिया।  जयपुर के एसएमएस अस्पताल से डॉक्टर आचल शर्मा,  डॉक्टर मनीष अग्रवाल और डॉ रश्मि कटारिया को उदयपुर भेजा गया है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि राजकुमार शर्मा की जान बचाने के लिए चिकित्सकों को एडी से चोटी तक का जोर लगाना है । उन्हें देश में कहीं भी इलाज के लिए ले जाने के लिए टीमों को तैयार रहने के लिए कहा है।  हर कीमत पर जान बचाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने दिए हैं।  ब्रेन हेमरेज के चलते राजकुमार शर्मा बेहोश है और उन्हें होश में लाने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। 

ग्रीन कॉरिडोर बनाकर जयपुर शिफ्ट करने की हो रही तैयारी
 बताया जा रहा है की शाम तक उदयपुर से जयपुर तक के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर उन्हें जयपुर शिफ्ट करने की तैयारी है । जयपुर में भी अगर सही तरीके से इलाज नहीं होता तो उन्हें अन्य राज्यों के बड़े अस्पताल ले जाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि करीब 3 महीने पहले उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की तालिबानी तरीके से हुई हत्या के बाद पूरा राजस्थान दहल गया था।  कई दिनों तक कर्फ्यू लगाया गया था । एनआईए की टीम जांच पड़ताल करने राजस्थान पहुंची थी और टीम ने 40 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेने के बाद करीब 10 लोगों को गिरफ्तार किया। 

राजस्थान समेत पूरे देश की है पहली घटना थी
 गिरफ्तार आरोपियों को जयपुर और अजमेर के सेंट्रल जेल में बंद किया गया है।। एनआईए की टीम जल्द ही इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चार्जशीट पेश करने वाली है । राजस्थान समेत पूरे देश की है पहली घटना थी कि किसी हत्याकांड का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला गया और आतंकी हमले की तरह इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली गई थी।