सार

यह पूरा घटनाक्रम 3 अप्रेल का है, जहां उदयपुर जिले के सायरा पुलिस थाने के पांच कांस्टेबलों ने एकु युवक को जानवरों की तरह पीटा। उसका कसूर इतना था कि उसने पुलिसकर्मियों के लिए शराब लाकर नहीं थी।
 


उदयपुर, राजस्थान में आए दिन पुलिस विभाग को बदनाम करने वाली खबरें आ रही हैं। अब फिर उदयपुर जिले के सायरा पुलिस थाने से एक ऐसी हैरान करने वाली खबर सामने आई है। जहां पुलिस ने एक युवक को इतनी बेहरमी से पीटा कि उसका हाथ फ्रेक्चर हो गया और शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें आयी। युवक का कसूर सिर्फ इतना ही था कि उसने कांस्टेबल और उसके साथी अध्यापक के लिए शराब लाने से इनकार कर दिया था। 

5 कांस्टेबलों के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर 
दरअसल, यह पूरा घटनाक्रम 3 अप्रेल का है, लेकिन पुलिस मामले को पहले दिन से ही दबाने में लगी हुई है। पीड़ित ने कोर्ट के जरिए थाने में इन पांच कांस्टेबल और एक टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन हुए तब जाकर पुलिस अधिकारी एक्टिव मोड में आए।

एसपी ने फौरन 5 कांस्टेबलों को किया सस्पेंड
उदयपुर एसपी मनोज कुमार ने आदेश जारी कर सायरा थाने के 5 कांस्टेबल मुकेश कुमार, सुनील कुमार, राहुल कुमार, धनराज गुर्जर और बाबुलाल को निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि कांस्टेबलों के खिलाफ दर्ज एफआईआर में तो जांच हो ही रही है, इनके खिलाफ विभागीय जांच भी की जाएगी। विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर विभागीय कार्रवाई भी होगी।  

यह हुआ था मामला
सायरा निवासी निर्मल पुत्र कन्हैयालाल ने एफआईआर दर्ज करवाई है कि वह 3 अप्रेल रात 10 बजे बस स्टैंड के पास खड़ा था, गांव के दो-तीन लोग भी वहीं पर थे। वहां पास में सायरा थाने के कांस्टेबल मुकेश और जेमली स्थित सरकारी स्कूल के अध्यापक इन्द्रपाल सिंह कुड़ी कार में बैठ कर शराब पी रहे थे। कांस्टेबल मुकेश ने युवक निर्मल को कार के पास बुलाया और शराब के ठेके से बीयर की 5 बोतलें लाने को कहा। युवक निर्मल ने शराब लाने से मना कर दिया, तो अध्यापक इन्द्रपाल सिंह और कांस्टेबल मुकेश कार से बाहर आए और युवक के साथ मारपीट की। इस दौरान पास खड़े ग्रामीणों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कर दिया। युवक वापस अपने घर लौट आया। रात करीब 1 बजे पुलिस जीप में नशे में धुत होकर कांस्टेबल मुकेश, साथी कांस्टेबल धनराज, राहुल सहित अन्य के साथ युवक के घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया। रात 1 बजे खटखटाने की आवाज सुनकर युवक की पत्नी ने दरवाजा खोला। जैसे ही दरवाजा खुला, पुलिसकर्मी युवक को घसीटते हुए घर से बाहर लाए और जीप में बैठाकर ले गए।

थाने में युवक की पुलिसवालों ने की बेरहमी से पिटाई
थाने पर लाकर कांस्टेबलों ने युवक के साथ बेरहमी से मारपीट की। युवक को इतना पीटा गया कि उसके नाक-मुंह से खून बहने लगा और उसका हाथ फ्रेक्चर हो गया। इसके साथ सुबह डरा-धमका कर एसडीएम के समक्ष पेश कर सीआरपीसी की धारा 151 और 107 के तहत पांबद करवाकर छोड़ा। युवक को पुलिसकर्मियों ने धमकाया कि बाहर जाकर किसी से शिकायत की तो झूठे मुकदमों में फंसाकर जेल भेज देंगे। घर पहुंचने पर युवक की तबियत बिगड़ी मो परिजन उसे अस्पताल ले गए। वहां उसके शरीर पर आयीं गंभीर चोटों और फ्रेक्चर हुए हाथ ने रात भी उस पर बीती पुलिस की बेरहमी की कहानी बयां कर दी।