सार
राजस्थान के कोटा जिले में तीसरे दिन राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पहुंच चुकी है। उनके यहां पहुंचते ही उनके द्वारा किया वादा दिलाने भाजपा के कार्यकर्ता आ रहे थे। पर उनको पुलिस वालों ने पटक पटक कर पीटा। दर्जन भर से ज्यादा कार्यकर्ता घायल।
कोटा ( kota). राहुल गांधी को अपना वादा याद दिलाने के लिए उससे मिलने जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं को कोटा में पुलिस वालों ने पटक पटक कर पीटा। भाजपा किसान मोर्चा के कार्यकर्ता राहुल गांधी को उनका कर्ज माफी का वादा याद दिलाने के लिए जा रहे थे। कर्ज माफी के लिए उन्हें ज्ञापन देने की तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी के रास्ते में नहीं आने दिया।
राहुल गांधी से जबरदस्ती मिलने की कोशिश की, पुलिस का टूटा सब्र, बरसा दी लाठिया
उन्होंने जब राहुल गांधी से मिलने की जबरदस्ती की तो पुलिस का सब्र जवाब दे गया और पुलिस वालों ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस के लाठीचार्ज से भगदड़ मची। हंगामा हुआ। कईयों के सिर फूटे, कुछ के हाथ पैरों में चोट लगी है। इस पूरी घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बड़े आंदोलन की तैयारी कर ली है। यह सारा घटनाक्रम आज शाम कोटा में हुआ।
राहुल गांधी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, पुलिस ने रोका
कोटा पुलिस के अनुसार कनवास चौराहे पर यह पूरा घटनाक्रम हुआ। पुलिस ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी के किसान मोर्चा के कार्यकर्ता राहुल गांधी के यात्रा में खलल डालने की कोशिश कर रहे थे। वे लोग जबरन राहुल गांधी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे थे। जबकि प्रशासन उनका ज्ञापन राहुल गांधी तक पहुंचाने के लिए तैयार था। लेकिन कार्यकर्ता नहीं, माने वह अपनी जिद पर अड़े रहे और उसके बाद कार्यकर्ताओं का समूह जबरन सड़क पर आने लगा और जाम लगा दिया। कुछ ही देर में राहुल गांधी की यात्रा कोटा पहुंची थी और वह यात्रा इसी रूट से होकर गुजरने थी। जब कार्यकर्ताओं को समझाने के बाद भी वे नहीं माने तो पुलिस ने बल प्रयोग किया और उन्हें मौके से खदेड़ दिया।
पुलिस पर लगे कार्यकर्ताओं के साथ ज्यादती के आरोप
भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हीरालाल नागर ने कहा हम तो राहुल गांधी को सिर्फ उनका वादा याद दिलाने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने हमारे साथ ज्यादती की है। हीरालाल नागर ने कहा कि चुनाव के समय राहुल गांधी ने उंगलियों पर गिन कर 10 दिन कहे थे और कहा था कि 10 दिन में किसानों के कर्ज माफ कर देंगे। जबकि अब इतने साल बीतने पर आ गए हैं लेकिन राहुल गांधी ने इस बारे में कोई बातचीत नहीं की है। यह गलत है। जनता और किसानों के साथ धोखा है। हमेशा धोखा नहीं चलने देंगे।