सार
राजस्थान के कोटा जिले से चाचा-भतीजी जैसे पवित्र रिश्तों को कलंकित करने वाली खबर सामने आई है। जहां सगे चाचा का अपने से 20 साल छोटी भतीजी पर दिल आया तो उसे घर से भगा ले गया। दूसरे राज्य में जाकर उसने 17 दिन तक शारीरिक संबंध बनाए। पुलिस जैसे तैसे नाबालिग कर ढूंढकर ले आई। लेकिन उसने माता-पिता के साथ रहने से मना कर दिया।
कोटा. राजस्थान के कोटा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां रिश्ते में लगने वाला चाचा 20 साल छोटी भतीजी को बहला फुसलाकर अपने साथ मध्यप्रदेश ले गया। जहां उसने नाबालिग को करीब 17 दिनों तक अपने साथ किराए के मकान में रखा। पुलिस जैसे तैसे नाबालिग को ढूंढकर ले आई। लेकिन अभी नाबालिग ने अपने माता-पिता के पास रहने से ही मना कर दिया है। ऐसे में बाल कल्याण समिति ने उसे बालिका गृह में रखा है।
भतीजी ने अब माता पिता के पास जाने से मना कर दिया
दरअसल, कोटा जिले के कुन्हाड़ी क्षेत्र में आठवीं क्लास तक पढ़ी एक नाबालिग को उसका पड़ोसी जो रिश्ते में उसका चाचा लगता है। 14 अगस्त को घर से बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया था। जब परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस में दी तो पुलिस से 17 दिन बाद उसे मध्य प्रदेश से ढूंढकर भी लेकर आ गई। लेकिन जब बाल कल्याण समिति के अधिकारियों ने काउंसलिंग की दो नाबालिग ने अपने माता-पिता के साथ जाने से ही मना कर दिया है। नाबालिग को घर से बहला-फुसलाकर ले जाने वाला उसका चाचा मजदूरी का काम करता है। जिसके दो बच्चे भी है।
जानिए ऐसे शर्मनाक मामलों पर क्या है कानूनी विशेषज्ञों की सलाह
कानूनी विशेषज्ञों की माने तो राजस्थान में हर रोज करीब 15 से 20 मामले नाबालिग लड़के और लड़कियों की गुमशुदगी के दर्ज होते हैं। हालांकि इनमें लड़कों का कारण तो यही माना जाता है कि घर वालों के किसी बात पर विवाद को लेकर वह घर छोड़कर गए हैं। वहीं यदि नाबालिक लड़कियों की बात करें तो आदिवासी इलाके में गुमशुदा हुई लड़कियों का कई सालों तक ही पता नहीं चल पाता है। इन इलाकों में कई ऐसे गिरोह सक्रिय है जो नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाते हैं फिर उन्हें दूसरे राज्यों में देह व्यापार के धंधे में धकेल देते हैं या फिर बेच देते हैं।