सार

कांग्रेस की मुख्य सोनिया गांधी से हेराल्ड पेपर मामले मे ईडी की पूछताछ से बाकी कांग्रेसी नेता विरोध कर रहे है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से पूछा- क्या सीबीआई से ज्यादा पावर दे दी गई है ईडी को? बता दे कि सोनिया गांधी से तीसरे दिन पूछताछ के लिए बुलाया गया।

जयपुर. कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से अलग-अलग चरणों में दिल्ली में हो रही ईडी की पूछताछ के बाद देशभर के कांग्रेसी नेता भड़के हुए हैं।  दिल्ली में पूछताछ के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने अपनी गिरफ्तारी भी दी है, साथ ही सरकार को घेरने की कोशिश भी की है।  दिल्ली में 2 दिन पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सचिन पायलट हिरासत में लिए गए थे ,उसके बाद आज फिर से दिल्ली में बवाल हुआ है। सोनिया गांधी को आज ईडी ने फिर से पूछताछ के लिए बुलाया तो कांग्रेसी फिर से जमा हो गए । उसके बाद दिल्ली में ही एक कॉन्फ्रेंस की गई।

ईडी को लिया आड़े हाथों
 कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम को खरी खोटी सुनाई। गहलोत ने कहा कि ईडी ने देश में आतंक मचा रखा है । चारों तरफ आतंक का माहौल है।  मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दिल्ली में एआईसीसी मुख्यालय से मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उनका कहना था कि ईडी के आतंक से लोग परेशान हो चुके हैं। देश किस दिशा में जा रहा है, किसी को नहीं पता। गहलोत ने कहा कि पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से करीब 50 घंटे तक पूछताछ की गई । उसके बाद आज सोनिया गांधी से पूछताछ का तीसरा दिन है । अब से पहले किसी नेता से इस तरह की पूछताछ ना देखी गई है, ना सुनी गई है। 

केन्द्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि ईडी का दुरुपयोग केंद्र सरकार जमकर कर रही है । अब तो सरकार गिराने तक की नौबत आ रही है।  सरकारों को गिराने तक में इडी का इस्तेमाल किया जा रहा है।  महाराष्ट्र की सरकार के लिए भी गहलोत ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र में ईडी ने उद्धव सरकार गिरा दी । नई सरकार बनी करीब 1 महीना हो गया लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का गठन नहीं किया गया है। यह दिखाता है कि लोकतंत्र सही दिशा में नहीं जा रहा है । मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सरकार ने इडी को सीबीआई से भी ज्यादा पावर दे रखी है।  जहां इनका मन करता है वहां कार्रवाई करने ,छापे मारने पहुंच जाते हैं । लोगों को गिरफ्तार कर जेल पहुंचा देते अब यह रवैया बदलने की जरूरत है।

गहलोत ने कहा कि ना तो बेरोजगारी और न हीं महंगाई पर संसद में चर्चा होती है।  महंगाई और बेरोजगारी बेरोजगारी जैसे मुद्दे को बिल्कुल हवा हो गए हैं । कोई सांसद अगर इन पर चर्चा करना चाहे तो उन्हें बाहर निकाल दिया जाता है । कल भी 19 सांसद सस्पेंड कर दिए गए थे।  अब से पहले ऐसा कभी देखने को नहीं मिला है। 
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