सार

राजस्थान के चुरू से गुरुवार को दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई। जहां एक दिन की नवजात बच्ची को उसकी मां ने मरने के लिए काटों से लदी झाड़ियों के बीच फेंक दिया। लेकिन समय रहते गांव के लोगों ने जब मासूम की रोने की आवाज सुनी तो उसे बचा लिया गया।
 

जयपुर. नवरात्रि में देश दुनिया में मां को मनाने के लिए भक्त हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन राजस्थान के चूरू में एक मां ऐसी भी निकली कि उसने अपने साथ ही अन्य माओं की कोख को ही बदनाम कर दिया। नवरात्रि में बच्चियों को पूजा जाता है और चरण छूकर आर्शीवाद लिया जाता है लेकिन इस मां ने अपने कुछ मिनट पहले ही जन्मी बच्ची को कीचड़ और कांटों के बीच मरने के लिए फेंक दिया। लेकिन जगह की मां ने बच्ची को बचा लिया। बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां पर वह पूरी तरह से स्वस्थ है। 

कांटो पर पड़ी मासूम रोती बिलखती रही...
दरअसल, दिल को झकझोर देने वाली यह घटना चूरू जिले के सरदारशहर पुलिस थाने क्षेत्र में मितासर गांव बीती रात सामने आई है। गांव के बाहर बने कुछ घरों के नजदीक देर रात एक बच्ची के रोने की आवाज कुछ गांव वालों के कानों में पडीं। पडताल करते हुए गांव वाले सड़क तक आ पहुंचे तो पता चला कि एक बच्ची जीवन के लिए कीचड़ में सघर्ष कर रही है। चोट के हल्के निशान भी हैं जो कांटो में फेंकने के कारण हो गए हैं। रोती बिलखती बच्ची को तुंरत अस्पताल ले जाया गया और पुलिस को सूचना दी गई। 

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जाको राखे साइयां मार सके ना कोय
डॉक्टर और अस्पताल के स्टाफ ने तुरंत जीवर रक्षक उपकरणों के बीच बच्ची को रखा और आवश्यक उपचार शुरु कर दिया। नतीजा ये रहा कि बच्ची को कुछ ही देर में पूरी तरह से स्वस्थ घोषित कर दिया गया। पुलिस आसपास के अस्पतालों में जांच कर रही है कि बुधवार रात किन महिलाओं की डिलेवरी हुई है। ताकि इस बच्ची को उसकी मां और परिवार तक सही सलामत पहुंचा जा सके। 

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जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल से आई दुखद खबर
इसी तरह का एक और घटनाक्रम जयपुर से सामने आया है। जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल जनाना अस्पताल में भी करीब पांच से छह महीने का एक भ्रूण अस्पताल के टॉयलेट में मिला है। सरकारी अस्पताल में मिले इस भू्रण के बारे में क्लीनिंग स्टाफ ने डॉक्टर्स को जानकारी दी और बाद में डॉक्टर्स ने सिंधी कैंप थाना पुलिस को सूचना दे दी। केस दर्ज कर लिया गया है।