सार

इन उपचुनावों में भाजपा और कांग्रेस जीतने का पूरा जोर लगा रही है। उपचुनाव को देखते हुए कांग्रेस में सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की खाई भी पट गई है। वहीं बीजेपी में पूर्व सीएम वसुंधरा एक बार फिर से प्रदेश की राजानीति में सक्रिय हो गई हैं। 

जयपुर. राजस्थान में चार में से तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की तारीखों का चुनाव आयोग ने ऐलान कर दिया है। आयोग ने उपचुनाव कार्यक्रम की घोषणा करते हुए कहा कि सहाड़ा, सुजानगढ और राजसमंद सीट पर 17 अप्रैल को मतदान होगा और 2 मई को नतीजे आएंगे। बता दें कि वल्लभनगर सीट पर अभी चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की गई है। 

ऐसा है उपचुनाव का कार्यक्रम
उपचुनाव कार्यक्रम के तहत इन तीनों सीटों पर  23 मार्च से नामांकन भरे जा सकेंगे। वहीं नामांकन की समीक्षा  31 मार्च तक होगी। नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 30 मार्च है। 3 अप्रैल तक नाम वापसी हो सकेगी। उपचुनावों के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही तीनों क्षेत्रों में आचार संहिता लागू हो गई।

इन नेताओं के निधन से खाली हुईं ये सीटें
बता दें कि सहाड़ा विधानसभा सीट से कैलाश त्रिवेदी विधायक थे, जिनके निधन से यह सीट खाली हो गई। सुजानगढ सीट मास्टर भंवरलाल के निधन की वजह से खाली हुई है। वहीं राजसमंद विधानसभा सीट से भाजपा की किरण माहेश्वरी थीं, जिनके निधन से यह सीट खाली हो गई है। वहीं राज्य की 4 विधानसभा सीटों में उदयपुर की वल्लभनगर सीट भी खाली है, जहां से कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का 20 जनवरी को निधन हो गया था। अभी उनके निधन को 7 माह नहीं हुए हैं जिसके कारण यहां का चुनाव जून माह के बाद होगा। 

चुनाव जीतेने के लिए दुश्मन हुए दोस्त
इन उपचुनावों में भाजपा और कांग्रेस जीतने का पूरा जोर लगा रही है। उपचुनाव को देखते हुए कांग्रेस में सीएम गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की खाई भी पट गई है। दोनों को एक साथ नजर आने लगे हैं। वहीं बीजेपी में पूर्व सीएम वसुंधरा एक बार फिर से प्रदेश की राजानीति में सक्रिय हो गई हैं। भजपा राष्ट्रीय अध्यक्षी जेपी नड्डा के बाद पार्टी के अंदर की गुटबाजी भी समाप्त हो गई है।