सार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  (Cm Ashok Gehlot)  के भाई अग्रसेन गहलोत (Agrasen Gehlot)  मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। ED ने उनपर शिंकजा कसते हुए अग्रेसन गहलोत के खिलाफ समन जारी किया है। 

जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  (Cm Ashok Gehlot)  के भाई अग्रसेन गहलोत (Agrasen Gehlot)  मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। ED ने उनपर शिंकजा कसते हुए अग्रेसन गहलोत के खिलाफ समन जारी किया है। इतना नहीं साथ ही उन्हे पूछताछ के लिए तलब भी किया है।

ई़डी ने कई ठिकानों पर की छापेमारी
दरअसल. यह पूरा मामला फर्टीलाइजर स्कैम से जुड़ा हुआ है। इस मामले में ईडी पिछले साल भी अग्रसेन गहलोत के कई ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है। उस दौरान भी ईडी ने उनको पूछताछ के लिए तलब किया था, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए थे। अब फिर ईडी ने समन भेजा है। अब फिर ईडी ने समन भेजा है।

'म्यूरेट ऑफ पोटाश' के मालिक हैं सीएम के भाई
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत का फर्टिलाइजर का बिजनेस है। वह 'म्यूरेट ऑफ पोटाश' नाम की कंपनी के मालिक हैं। जो कि  किसानों को रियायती दरों पर पोटाश यानि उर्वरक उपलब्ध कराते हैं। उनकी राजस्थान समेत कई राज्यों में यह काम फैला हुआ है। साल 2020 में इडी ने राजस्थान में 6, गुजरात में 4, पश्चिम बंगाल में 2 और दिल्ली में एक साथ छापे मारी की थी।

 नमक के नाम पर पोटाश किया एक्सपोर्ट
अग्रसेन गहलोत पर आरोप है कि उनकी कंपनी 'म्यूरेट ऑफ पोटाश' ने सब्सिडी वाले इस सस्ते उर्वरक को किसानों को देने की बजाय उसे विदेशों में निर्यात किया है। इतना ही नहीं इसके के लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया था। बताया जाता है कि अग्रसेन गहलोत ने पोटाश को जिन लोगों को बेचा था उन्होंने इसे  मलेशिया और सिंगापुर में अवैध तरीके से औद्योगिक नमक के नाम पर एक्सपोर्ट किया। जबकि भारत से भारतीय पोटाश के बाहर भेजने पर पांबदी लगी हुई है।

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