सार
पूरा मामला हैवानियत का है, जहां दो दरिदों ने नाबालिग लड़की का पहले अपहरण किया। इसके बाद उसका गैंगरेप करने के बाद उसे कुएं में मरने के इरादे से फेंक दिया। लेकिन किसी तरह उसने अपनी जान बचाई और सुबह ग्रामीणों ने उसे सुरक्षित निकाल लिया।
भरतपुर. राजस्थान के भरतपुर जिले एक 14 साल की लड़की पूरी रात बारिश के मौसम में कुएं में पड़ी रही। वह खुद को बाहर निकलने के लिए चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन कोई उसे बचाने नहीं आया। सुबह जब रागगीरों ने झांककर देखा तो उसे निकाला गया। पीड़िता ने जो कहानी सुनाई वह बेहद दिल को झकझोर देने वाली थी।
लोगों को हुआ पछतावा, बोले गलती हो गई
दरअसल, पूरा मामला हैवानियत का है, जहां दो दरिदों ने नाबालिग लड़की का पहले अपहरण किया। इसके बाद उसका गैंगरेप करने के बाद उसे कुएं में मरने के इरादे से फेंक दिया। लेकिन किसी तरह उसने अपनी जान बचाई और सुबह ग्रामीणों ने उसे सुरक्षित निकाल लिया। वहीं गांव के लोगों ने बताया कि रात को जब लड़की की चिल्लाने की आवाज आ रही थी तो हमने उस पर ध्यान नहीं दिया। हमसे बहुत बड़ी गलती हो गई, इससे कोई अनहोनि भी हो सकती थी। लेकिन वह जिंदा बच गई, यह किसी चमत्कार से कम नहीं है।
पूरी रात परिजन बेटी को तलाशते रहे..लेकिन वो कहीं नहीं मिली
जांच में सामने आया है कि यह मामला भरतपुर जिले के जंगल किनारे बसा एक गांव का है। जहां 24 जुलाई की शाम 14 साल की लड़की शौच करने गई हुई थी। इसी दौरान पड़ोसी गांव के दो लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और हैवानियत को अंजाम देकर फरार हो गए। रात को जब वह घर नहीं पहुंची तो परिजन उसे पूरी रात तलाशते रहे, लेकिन वह कहीं नहीं मिली।
आरोपियों के लिए पुलिस ने शुरू की धरपकड़
पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं पुलिस ने मामले दर्ज करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए तालाश शुरू कर दी है। जांच अधिकारी का कहना है कि जल्द ही दोनों आरोपी उनकी गिरफ्त में होंगे।