सार

विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा, बिजली विभाग के एईएन के साथ मारपीट के मामले में सीआईडी सीबी ने किया था पेश

धौलपुर. बाड़ी विद्युत निगम के इंजीनियर के साथ मारपीट के मामले में विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को गुरुवार दोपहर को एससी एसटी न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। वकीलों
की तमाम दलीलें सुनने के बाद न्यायालय ने विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। 15 दिन बाद विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को फिर से
न्यायालय में पेश किया जाएगा। मुकदमा की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता अब्दुल सगीर ने बताया कि विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की वेल अपील न्यायालय के समक्ष पेश की थी।
लेकिन न्यायालय ने सभी दलीलों को ठुकराते हुए विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। अधिवक्ता ने बताया राजस्थान हाईकोर्ट में जमानत
के लिए अर्जी लगाई जाएगी।
CM से मुलाकात के बाद किया सरेंडर
 विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा की गिरफ्तारी को लेकर विद्युत निगम के कर्मचारियों ने प्रदेश स्तर तक धरने प्रदर्शन भी किए थे। मामला तूल पकड़ता जा रहा था। विधायक ने
विधायक राजेंद्र गुढ़ा को साथ लेकर गुरुवार को सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से इसी सिलसिले में मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री से बातचीत कर आरोपी विधायक ने
सीआईडी सीबी के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। विधायक को बुधवार देर शाम सीआईडी सीबी धौलपुर सदर थाने लेकर पहुंच गई। जहां पूछताछ के बाद आज गुरुवार को सीआईडी
सीबी की टीम विधायक मलिंगा को घटनास्थल पर भी ले गई थी। इसके बाद उनका मेडिकल बोर्ड से जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। मेडिकल कराने के बाद सीआईडी ने  
विधायक को एससी एसटी कोर्ट के सामने पेश किया। वकीलों की तमाम दलीलें सुनने के बाद न्यायालय ने विधायक को 15 दिन की न्यायिक कस्टडी में भेज दिया है। 15 वे दिन
विधायक मलिंगा को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा।

विधायक बोले नहीं हुआ विश्वासघात, कानून पर पूरा भरोसा

कोर्ट द्वारा न्यायिक कस्टडी में भेजने के बाद मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि उनके साथ सरकार की तरफ से  कोई विश्वासघात नहीं हुआ है। कानून व्यवस्था पर उनको पूरा भरोसा है। विधायक ने कहा उनको न्याय जरूर मिलेगा।


विधायक समर्थकों में छाई निराशा

विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के सरेंडर होने के बाद बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के एवं अन्य क्षेत्र के विधायक समर्थकों में निराशा छा गई। बुधवार देर शाम से ही विधायक समर्थक सदर
थाने पर जमा हो गए थे। सदर थाने पर विधायक समर्थकों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर आक्रोश व्यक्त किया था। गुरुवार फिर से समर्थक जिला अस्पताल एवं
न्यायालय पहुंच गए। न्यायालय द्वारा विधायक को अभिरक्षा में भेजे जाने के बाद समर्थकों में मायूसी एवं निराशा देखी गई।
कोरोनावायरस पॉजिटिव निकले एमएलए

विधायक का हॉस्पिटल में जो मेडिकल कराया गया था उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने से कोर्ट में हंगामा मच गया वहां सैकड़ों की संख्या में समर्थक पहुंचे थे। अब MLA को  
क्वारंटाइन सेंटर शिफ्ट किया जा सकता है।

क्या था मामला
बाड़ी विद्युत निगम कार्यालय में 28 मार्च 2022 को इंजीनियर हर्षाधिपति एवं नितिन गुलाटी के साथ मारपीट हुई थी। प्रकरण में एईएन हर्षाधिपति ने विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के
खिलाफ नामजद मारपीट का एवं राज्य कार्य में बाधा व एससी एसटी एक्ट में अभियोग पंजीकृत कराया था। विद्युत विभाग के इंजीनियर के साथ मारपीट होने के बाद निगम के
कर्मचारियों में आक्रोश भड़का था।