सार

बंगलौर विश्व विद्यालय के बाद जेएनवीयू देश की दूसरी यूनिवर्सिटी है जहां अब थर्ड जेंडर भी एडमिशन लेकर हायर एजुकेशन के सपने को पूरा कर सकेंगे।

जोधपुर. राजस्थान की एक यूनिवर्सिटी ने ट्रांसजेंडर (transgender) की पढ़ाई को लेकर बड़ा फैसला किया है। जोधपुर की जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (Jai Narain Vyas University ) ने अपने एडमिशन पैटर्न (Admission Pattern) में बदलाव किया है। सभी के लिए समान शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है। जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय में नए एकेडमिक सेशन से अब ट्रांसजेंडर भी एडमिशन ले सकेंगे। विश्वविद्यालय में एडमिशन बोर्ड की पहली बैठक में फैसला लिया गया कि अब विश्वविद्यालय में प्रवेश फार्म के दौरान पुरुष महिला के साथ अन्य का भी ऑप्शन होगा।

कुलपति डॉ केएल श्रीवास्तव के अनुसार समाज के इस उपेक्षित तबके के लोग भी शिक्षा प्राप्त करने का हक रखते हैं। वह लोग भी सामान्य बच्चों के साथ बैठकर पढ़ सकें इसके लिए हम थर्ड जेंडर का भी ऑप्शन शुरू करने का फैसला लिया है।

ऐसा करने वाली देश की दूसरी यूनिवर्सिटी
कुलपति डॉ केएल श्रीवास्तव ने बताया कि देश में बैंगलोर विश्व विद्यालय के बाद जोधपुर की जयनारायण विश्व विद्यालय देश की दूसरी यूनिवर्सिटी होगी जिसमे ट्रांसजेंडर को एडमिशन मिलेगा। कुलपति श्रीवास्तव ने बताया कि ट्रांसजेंडर को हमने थर्ड जेंडर के नाम दिया है, यह समाज का एक ऐसा तबका है जिनको प्राथमिकता कम मिलती है। यूनिवर्सिटी ने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इनको एडमिशन देकर हायर एजुकेशन से जोड़ने का निर्णय लिया है। बता दें कि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जेएनवीयू में एडमीशन लेने के लिए कई ट्रांसजेंडर प्रयास कर रहे हैं। उनके आगे और पढ़ने की इच्छा को ध्यान रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।