सार
आटे-साटे की प्रथा में भांजी के ससुराल में शादी हुई। कुछ दिन ठीक रहा फिर करने लगा मारपीट तो पत्नी छोड़कर मायके चली गई। गुस्साए मामा ने अपनी दूसरी शादी करने के लिए अपनी ही भांजी को बनाया बंधक।ससुराल जाने पर दे रहा था जान से मारने की धमकी।
नागौर. राजस्थान के नागौर जिले में आटे- साटे की शादी के विवाद में मामा द्वारा अपनी ही भांजी को बंधक बनाने का अनोखा मामला सामने आया है। खुद का वैवाहिक संबंध बिगडऩे पर मामा ने अपने ससुराल में हुई भांजी की शादी को तोडऩे के लिए ऐसा किया। ताकि उसकी फिर से दूसरी जगह शादी कर उसके ससुराल से आटे- साटे में फिर अपनी शादी करवा सके। लेकिन, इससे पहले ही पति ने पुलिस में मामा के खिलाफ रिपोर्ट दे दी। जिस पर हरकत में आई पुलिस ने पत्नी को छुड़ाकर उसके पति से मिलवाया। मामला रोल थाना के खानपुरा मांजरा गांव का है।
पत्नी के नहीं लौटने पर दूसरी शादी के लिए बनाया प्लान
सहदेव पुत्र करनाराम (29) की शादी 2019 में राजोद निवासी सुनीता पुत्री प्रेमाराम छाबा के साथ हुई थी। इसी दिन सहदेव की 26 वर्षीय बहन सुशीला की शादी सुनीता के 44 वर्षीय मामा अजीत के साथ हुई थी। शादी के बाद उनका वैवाहिक जीवन तो सफल रहा। लेकिन, अजीत सुशीला के साथ मारपीट करता था। ऐसे में सुशीला अपने मायके लौट आई और वापस ससुराल जाने के लिए मना कर दिया। इस पर गुस्साया अजीत 15 अप्रैल को सुनीता की नानी की मौत होने पर उसे अपने साथ ले आया। जहां से उसे ससुराल भेजने से मना कर दिया। उसे बंधक बनाकर वह उसकी दूसरी शादी कर आटे- साटे में अपने लिए भी दूसरी दुल्हन लाने की तैयारी करने लगा। काफी दिनों तक भी जब मामा ने सुनीता को नहीं लौटने दिया तो सहदेव ने पुलिस थाने में इसकी शिकायत की। जिसके बाद रोल थाना पुलिस ने सुनीता को मामा के कब्जे से छुड़वाकर उसको ससुराल पहुंचाया।
मामा ने दी परिवार को खत्म करने की धमकी
बंधक बनाने के दौरान मामा ने सुनीता पर दूसरी शादी का दबाव बनाया। मामा अपनी भांजी के परिवार व ससुराल के लोगों को मारने की धमकी भी देता था। जबकि सुनीता वापस सहदेव के साथ लौटना चाहती थी। इस बीच ही उसने पति सहदेव से संपर्क कर सारा माजरा बता दिया। जिसके बाद सहदेव ने पुलिस की मदद से उसे छुड़ाया।
क्या है आटा- साटा कुप्रथा
आटा- साटा राजस्थान के ग्रामीण अंचल की एक ऐसी कुप्रथा है। जिसमें एक लड़के की शादी के बदले उसके परिवार या रिश्तेदार की लड़की की शादी उसके ससुराल में की जाती है। इस कुप्रथा के चलते कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जिसमें एक पति- पत्नी का वैवाहिक संबंध बिगड़ते ही उसका असर दूसरे पर भी पड़ता है। और कितने ही लोगों का जीवन इसके कारण प्रभावित होता है।