सार

भीलवाड़ा. राजस्थान से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां सीआईएसएफ (CISF) के एक जवान ने खुद को AK-47 से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद बटालियन में हड़कंप मच गया।पुलिस को घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। हैरानी की बात यह है कि जवान की एक महीने बाद ही शादी होनी थी।

भीलवाड़ा. राजस्थान से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां सीआईएसएफ (CISF) के एक जवान ने खुद को AK-47 से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद बटालियन में हड़कंप मच गया।पुलिस को घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। फिलहाल मामले की जांच चल रही है। हैरानी की बात यह है कि जवान की एक महीने बाद ही शादी होनी थी।

4 साल पहले ज्वाइन की थी CISF 
दरअसल, यह मामला भीलवाड़ा जिले के हनुमानगर थाना इलाके में मंगलवार सुबह 5 बजे सामने आया है। जवान का नाम बी रंजीत कुमार था। वह मूल रुप से तमिलनाडु का रहने वाला है, उसका घर चेन्नई से करीब 300 किमी. दूर है। रंजीत ने 4 साल पहले ही सीआईएसएफ ज्वाइन की थी। वो CISF की नवीं रिजर्व बटालियन में पदस्थ था। जिस वक्त यह घटना घटी उस दौरान रंजीत कुमार सीआईएसएफ परिसर के गेट नंबर 2 पर ड्यूटी पर तैनात था। पुलिस ने शव को टोंक जिले के देवली अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया दिया है। वहीं परिजनों को इस घटना के बारे में जानकारी दे दी गई है।

सीने में मारी 4 गोली, हो गईं आर-पार
पुलिस जांच में सामने आया है कि जवान रंजीत ने एक कुर्सी पर बैठकर खुद को 4 गोलियां मारी हैं। 2 गोली दिल के पास सीने को चीरते हुए आर-पार हो गईं। वहीं  दो गोली के निशान दीवार पर दिखाई दिए हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि जवान ने एके-47 का ट्रिगर दबाते वक्त राइफल ऑटो मोड में थी। जिसके चलते एक साथ चार गोली फायर हुई। 

मेहंदी लगने से पहले चुनी मौत
बता दें कि जवान बी रंजीत कुमार की अगले महीने  21 फरवरी को शादी होने वाली थी, परिजन बेटी के विवाह की तैयारियों में जुटे हुए थे। जिन हाथों उसके मेहंदी लगनी वाली थी उससे पहले जवान मौत क्यों चुनी। फिलहाल मामले को लेकर जांच चल रही है। जवान 14 दिसंबर को ही छुट्टी खत्म कर अपने घर से ड्यूटी पर लौटा था। जहां उसने देवली बटालियन ज्वॉइन की थी। 

साथी जवान इस घटना से हैरान
ड्यूटी पर तैनात बटालियन के जवान भी घटना से हैरान हैं। साथी जवानों का कहना है कि रंजीत ने अपनी परेशानी का जिक्र किसी से नहीं किया। ना ही कभी उसकी बातचीत या हाल चाल से लगा कि वह  किसी बाद को लेकर तनाव में चल रहा है। सीआईएसएफ के अफसर फिलहाल मामले की जांच कर रहे हैं। मौके से एक मोबाइल मिला है।