सार
यह शर्मनाक मामला राजधानी जयपुर की है, यहां के आरपीएस अफसर कैलाश बोहरा को एसीबी ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी जयपुर शहर जिले की महिला यूनिट में बतौर प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त तैनात है। आरोपी ने पहले पीड़िता से रिश्वत मांगी, जब उसने पैसे देने से इंकार कर दिया तो वह अस्मत मांग कर परेशान करने लगा।
जयपुर. राजथान से खाकी वर्दी को शर्मसार कर देने वाला सामने आया है। एसीबी ने एक पुलिस अफसर को ऑफिस में आपत्तिजनक हालत में रंगे हाथ पकड़ा है। वह बलात्कर केस की जांच के बहाने आरोपी अफसर एक पीड़िता को बार-बार अपने दफ्तर बुलाता था। जहां वह इंसाफ दिलाने के लिए अस्मत की डिमांड करता था।
रिश्वत नहीं तो रिलेश्न बनाने की करने लगा मांग
दरअसल, यह शर्मनाक मामला राजधानी जयपुर की है, यहां के आरपीएस अफसर कैलाश बोहरा को एसीबी ने हिरासत में ले लिया है। आरोपी जयपुर शहर जिले की महिला अत्याचार अनुसंधान यूनिट में बतौर प्रभारी सहायक पुलिस आयुक्त तैनात है। पीड़िता की शिकायत के मुताबिक, आरोपी ने पहले पीड़िता से मामले की जांच के लिए रिश्वत मांगी, जब उसने पैसे देने से इंकार कर दिया तो वह अस्मत मांग कर उसे परेशान करने लगा। जिसके बाद परेशान होकर पीड़िता ने एसीबी से पूरे मामले की शिकायत की।
पीड़िता ने सुनाई अफसर की काली करतूत
एसीबी के डीजी बीएल सोनी ने बताया कि पुलिस अफसर कैलाश बोहरा के खिलाफ 6 मार्च को जयपुर की रहने वाली 30 साल की लड़की ने शिकायत लिखवाने आई थी। पीड़िता ने बताया था कि उसने जवाहर सर्किल थाने में एक युवक व अन्य लोगों के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज करवाया है। जिसकी जांच एसीपी कैलाश बोहरा कर रहे हैं। जहां उन्होंने आरोपियों को सजा दिलाने के लिए पहले मुझसे रिश्वत मांगी। जब मैंने मना कर दिया तो उन्होंने फिजिकल रिलेश्न बनाने का दवाब बनाया। इतना ही नहीं वो ऑफिस टाइम के बाद भी मिलने के लिए बुलाने लगे।
महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ा
एसीबी प्रमुख बीएल सोनी ने आरोपी अफसर को रंगेहाथ पकड़ने के लिए पूरा प्लान बनाया। रविवार को सुबह कैलाश बोहरा ने जब पीड़िता को डीसीपी कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया तो एसीबी की टीम भी पीछे पीछे चल दी। युवती के आते ही बोहरा ने ऑफिस का दरवाजा बंद कर लिया। कुछ देर बाद एसीबी की टीम ने कैलाश बोहरा को महिला के साथ आपत्तिजनक स्थिति में रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।