सार
कोरोना के कहर ने देश के कई हंसते-खेलते परिवारों को पूरी तरह से तबाह कर दिया। ऐसी एक दिल को झकझोर देने वाली खबर राजस्थान के जोधपुर से सामने आई है। जहां एक परिवार के इकलौते बेटे की मौत हो गई। वहीं पत्नी, पिता और मां का इलाज चल रहा है।
जोधपुर. कोरोना के कहर ने देश के कई हंसते-खेलते परिवारों को पूरी तरह से तबाह कर दिया है। तो कई को सड़क पर लाकर खड़ कर दिया। ऐसी एक दिल को झकझोर देने वाली खबर राजस्थान के जोधपुर से सामने आई है। जहां गुरुवार को एक फैमिली के इकलौते बेटे ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। वहीं मृतक की एक बेटी को छोड़कर घर के सभी सदस्य इस महामारी के चपेट में आ गए। रक्षाबंधन के दिन की खुशी की यह तस्वीर आखिरी बन गई। जहां मृतक पत्नी और बहन के साथ खुश दिखाई दे रहा है।
बेटी ने किया अंतिम संस्कार
दरअसल, यह दुखों का पहाड़ जोधपुर के पत्रकार आरपी बोहरा के परिवार पर टूटा है। जहां वह खुद संक्रमित होने के बाद इस वक्त एमडीएम अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं। लेकिन उनके इकलौते बेटे महेश बोहरा की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं मृतक की पत्नी संक्रमित होकर होम आइसोलेशन में है और मां भी कोरोना से संक्रमित है। ऐसे हालतों में युवक का अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी उसकी बेटी पर आ गई। हलांकि प्रशासन की मदद से क्रिया क्रम कर दिया गया।
भगवान अब तो रहम करो...
जिस किसी को भी इस परिवार के दुखों के बारे में पता चला उनकी आंखें नम हो गईं। इस दौरान बोहरा के दामाद ने फेसबुक पर एक इमोशनल मैसेज लिखा- मेरे परिवार पर जो दुख आया है, ऐसा दुख ईश्वर किसी को ना दे। इस महामारी ने मेरे इकलौते साले को छीन लिया और उनकी पत्नी, माता-पिता सभी को कोरोना है। उनका अंतिम संस्कार करना भी परिजनों के बस में नहीं रहा है। भगवान... कभी ऐसे भी दिन देखने पड़ेंगे सोचा नहीं था..अब तो रहम करो।
कोरोना और क्या-क्या दिन दिखाएगा
जिसने भी मृतक के जीजा का यह भावुक मैसेज देखा वह इसको ओम शांति के साथ आगे शेयर करता गया। किसी ने लिखा कि आने वाले समय में ऐसा दुखद पल किसी की भी जिंदगी में आ सकता है। पता नहीं यह कोरोना और क्या-क्या दिन दिखाएगा।