सार

यह मामला भरतपुर जिले के उच्चैन कस्बे से सामने आया है। जहां 23 जनवरी को बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह की बेटी दिव्या कुमारी की शादी थी। इस विवाह में थानेदार ने सारे नियम-कानून ताक पर रख दिए।  मनाही के बाद भी शादी में 800 लोगों को बुलाया गया था।

भरतपुर. राजस्थान से आए दिन पुलिसकर्मयों को लेकर ऐसे मामले सामने आते हैं, जिससे प्रदेश के पूरे पुलिस विभाग की किरकिरी होती है। अब जो कांड किया है वह भी हैरान करने वाला है। जहां भरतपुर जिले में एक बर्खास्त थानेदार ने अपनी बेटी की शादी में  दहेज में 1 करोड़ 15 लाख 101 रुपए नकद दिए हैं। इतना ही नहीं लाखों के गहने भी दिए हैं। जबकि खुद पुलिस बताती है कि दहेज लेना और देना दोनों ही अपराध हैं। इतना ही नहीं इस दौरान थानेदार ने कोविड गाइडलाइन की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं। मनाही के बाद भी शादी में 800 लोगों को बुलाया गया था।

इंस्पेक्टर की बारत में आए थे सौंकड़ों लोग
दरअसल, यह मामला भरतपुर जिले के उच्चैन कस्बे से सामने आया है। जहां 23 जनवरी को बर्खास्त थानेदार अर्जुन सिंह की बेटी दिव्या कुमारी की शादी थी। इस विवाह में थानेदार ने सारे नियम-कानून ताक पर रख दिए। बारात में करीब सैंकड़ों लोग करौली से आए हुए थे। जबकि खुद दूल्हा दीपक आबकारी विभाग में इंस्पेक्टर है। लेकिन उसने इसकी कोई परवाह नहीं की। इतना ही नहीं जिला प्रशासन ने भी कोई कार्रवाई की।

कई विधायक और पुलिसकर्मी हुए शामिल
कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाने वाली इस हाईप्रोफाइल शादी में पैसा पानी की तरह बहाया गया था। जिसमें नदबई विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना, उच्चैन प्रधान हिमांशु अवाना, पूर्व विधायक घनश्याम महर, पूर्व विधायक बृजेंद्र सूपा समेत जिले के कई खास लोग शामिल हुए थे। इसके बाद भी नियमों को सरेआम तोड़ा गया। कई पुलिसकर्मी भी वर्दी में मौजूद थे, लेकिन उनको भी गाइडलाइन का कोई ख्याल नहीं आया।

वीडियो वायरल के बाद कलेक्टर ने दिए आदेश
इस शादी का वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है। मामला मीडिया में आने के बाद भरतपुर कलेक्टर आलोक रंजन ने इस मामले में उच्चैन एसडीएम से रिपोर्ट मांगी है। साथ ही कहा कि वीडियो की जांच की जाएगी, अगर शादी में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन किया गया है तो कार्रवाई की जाएगी।

दो मामलों में थानेदार हुआ है सस्पेंड
बता दें कि थानेदार अर्जुन सिंह को नवंबर, 2019 को रिश्वत में 2 लाख रुपए नहीं देने पर धिलावटी चौकी में मारपीट करने के आरोप में सस्पेंड किया गया था। फिर गैर हाजिर रहने पर जनवरी 2020 में उसे बर्खास्त कर दिया गया।  करीब 30 साल से वह उच्चैन कस्बे में रह रह रहा है। उसके दो ऑलीशान मकान भी बने हैं। एक में बैंक को किराए से दिया हुआ है।