सार

विधायक गजेंद्र सिंह पिछले कई दिनों से बीमर चल रहे थे, कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। डॉक्टर शिव सरीन उनकी लगातार देखरेख कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद भी वह नहीं बच सके। 

जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस सरकार और सीएम अशोक गहलोत के लिए एक बड़ा झटका लगा है। उनकी पार्टी के कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का बुधवार सुबह निधन हो गया। शक्तावत के निधन पर मुखयमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर दुख जताया है। साथ ही उन्होंने 20 जनवरी होने वाली कैबिनेट की बैठक को भी स्थगित  कर दिया है। बता दें कि बीते तीन महीने में राजस्थान में 4 विधायकों का निधन हो चुका है। ऐसे में प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लिए यह बुरी खबर है। राज्य में चार सीटें खाली होने के बाद अब उपचुनाव कराना सीएम के लिए चिंता का विषय बन गया है।

कोरोना से संक्रमित होने के बाद नहीं आ पाए घर
मुख्यमंत्री ने बताया कि विधायक गजेंद्र सिंह पिछले कई दिनों से बीमर चल रहे थे, कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद दिल्ली में उनका इलाज चल रहा था। डॉक्टर शिव सरीन उनकी लगातार देखरेख कर रहे थे, लेकिन इसके बावजूद भी वह नहीं बच सके। प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी गजेंद्र शक्तावत के निधन पर गहरा दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुये श्रद्धांजलि दी हैं। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस विधायक के असामयिक निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है शोकाकुल परिजनों को इस बेहद कठिन समय में सम्बल दें एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने भी शक्तावत के निधन पर शोक जताया है। वहीं  बीजेपी के नेताओं ने भी शक्तावत के निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

पिता रह चुके हैं राजस्थान के गृहमंत्री 
बता दें कि गजेंद्र शक्तावत उदयपुर के वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। उनके पिता गुलाब सिंह शक्तावत राजस्थान कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं। वह कांग्रेस सरकार में गृहमंत्री रह चुके हैं। इस दुखद घटना के बाद उदयपुर और आसपास के इालाकों में  शोक की लहर छा गई।

(विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत फाइल फोटो)

राजसथान में अब होंगे उपचुनाव
बता दें कि गजेंद्र सिंह शक्तावत के निधन के बाद अब राजस्थान विधानसभा में 4 सीटें खाली हो गई हैं। बीते 3 महीने में कांग्रेस के 3 विधायकों की मौत हो चुकी है। वहीं एक भाजपा विधायक का भी ​निधन हो चुका है। इस हिसाब से प्रदेश में विधानासभा की 4 सीटें खाली हो गई हैं। अब आने वाले समय में इन 4 सीटों पर उपचुनाव होंगे। हालांकि अभी इनकी कोई तारीख तय नहीं हुई है।  

तीन महीने में इस तरह 4 विधायकों का निधन
सबसे पहले अक्टूबर के महीने में सहाड़ा से कांग्रेस विधायक कैलाश त्रिवेदी का निधन हो गया था। इसके एक महीने बाद नवंबर में सुजानगढ़ से कांग्रेस विधायक भंवरलाल का निधन। वहीं राजसमंद से भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का निधन भी हाल ही में हो चुका है। अब इस तरह से राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या अब 107 से घटकर 104 रह गई है। वहीं भाजपा के 71 हैं। मुख्यमंत्री गहलोत के लिए यह दुखद खबर है।