सार

मॉल में उसके साथ हुई इस घटना के बाद पीड़िता रोते हुए अपने घर गई और परिवार को पूरी बात बताई। इसके बाद परिजन पुलि, थाने में शोरूम मालिक, मैनेजर, दोनों सेल्समैन और महिला गार्ड के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए पहुंचे।

जयपुर, राजस्थान की राजधानी जयपुर के सबसे बड़े वर्ल्ड ट्रेड पार्क शॉपिंग मॉल से शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां चेकिंग के नाम पर एक महिला के जबरन कपड़े उतरवा दिए गए। मामले की जानकारी लगते ही पुलिस ने शोरुम मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

चेंजिंग रूम में ड्रेस ट्राई करने गई थी महिला
दरअसल, यह चौंकाने वाली घटना 20 दिसंबर की रात करीब 8 बजे के आसपास की है। जहां जयपुर के वर्ल्ड ट्रेड पार्क मॉल में एक महिला शॉपिंग करने के लिए मार्क एंड स्पेंसर में पहुंची हुई थी। इस दौरान उसने अपने लिए कुछ कपड़े पसंद किए और वह उनकी ट्रायल लेने के लिए चेंजिंग रूम में गई। ट्राई करते वक्त उसे कुछ कपड़ों के साइज सही नहीं आए तो उसने रूम के बाहर खड़े एक सेल्मैन से कुछ और अपने साइज के कपड़े  मंगवाए।

बैग में कुछ नहीं निकला..फिर वो नहीं माने
पीड़िता इस दौरान अपने कपड़े पसंद करने के बाद उनकी बिलिंग करवाने के लिए कैश काउंटर पर गई। तभी सेल्समैन ने कहा कि ट्रायल किए कपड़ों में एक पीस कम है। पीड़िता ने अपने साथ रखे एक छोटा बैग दिखाया और कहा मेरे पास तो नहीं है, आप चाहो तो देख सकते हैं। इसके बाद जब चेकिंग की गई तो बैग में कुछ नहीं निकला। 

वह आंसू बहाती रही..लेकिन किसी ने एक नहीं सुनी
महिला के बैग में कुछ नहीं मिला फिर भी सेल्समैन नहीं माना और शोरूम मैनेजर को पूरी बात बताई। इसके बाद एक महिला गार्ड को बुलाया और पीड़िता के कपड़े उतार कर तलाशी लेने को कहा गया। वह आंसू बहाती रही मगर किसी ने उसकी बात नही सुनी। इसके बाद महिला गार्ड सबके सामने महिला को चेंजिंग रूम में ले गई और पीड़िता के सारे कपड़े उतरवाकर तलाशी ली। हालांकि चेकिंग में भी कुछ नहीं मिला।

पीड़िता ने परिवार को बताई आपबीती
मॉल में उसके साथ हुई इस घटना के बाद पीड़िता रोते हुए अपने घर गई और परिवार को पूरी बात बताई। इसके बाद परिजनों ने जवाहर सर्किल थाने में शोरूम मालिक, मैनेजर, दोनों सेल्समैन और महिला गार्ड के खिलाफ मामला दर्ज करवाने के लिए पहुंचे। लेकिन यहां भी जब  पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। तो वह एडिशनल कमिश्नर अजयपाल लांबा के पास गुहार लगाने के लिए पहुंचे तब कहीं जाकर केस दर्ज हो सका।