सार

रिपोर्ट के मुताबिर उड़ीसा, मेघालय और छत्तीसगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी दर है। राजस्थान के बाद हरियाणा 31, झारखंड 15, बिहार 14 और जम्मू व कश्मीर में 13.2 प्रतिशत का नंबर है।

जयपुर : राजस्थान (Rajasthan) में एक बार फिर सियासी पारा गर्म है। इस बार मुद्दा बेरोजगारी का है। गैर-सरकारी संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) के आंकड़ों के मुताबिक पहली बार प्रदेश में बेरोजगारी दर 32.3% पर पहुंच गई है जो देश से चार गुना ज्यादा है। साल की शुरुआत में राज्य में यह 13 फीसदी थी जो तीसरे महीने में बढ़कर 32 फीसदी से ज्यादा पहुंच गई है। आंकड़े सामने आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस (Congress) की अशोक गहलोत सरकार को घेरा है। बीजेपी ने इस रिकॉर्ड को शर्मनाक बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी कुर्सी पर नहीं, इस तरफ ध्यान दीजिए।

बेरोजगारी में राजस्थान नंबर वन
CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान ने बीजेपी शासित हरियाणा (Haryana) को पीछे छोड़ दिया है। माना जा रहा है कि इसके बीछे सबसे बड़ा जो कारण है वह परीक्षाओं में अनियमितता। राज्य में हाल ही में रीट लेवल-2 परीक्षा कैंसल हुई, जिसके चलते 16,500 पदों पर भर्ती नहीं हो सकी। 27 अक्टूबर 2021 को RAS की प्री परीक्षा भी रद्द कर दी गई थी। भले ही सरकार ने इस साल एक लाख से ज्यादा भर्तियों की घोषणा की हो लेकिन इस रिपोर्ट ने सरकार के प्रयासों की एक बार फिर से पोल खोलकर रख दी है। 

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राजस्थान गर्त में जा रहा - पूर्व केंद्रीय मंत्री

बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री पीपी चौधरी ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि यह राजस्थान की कांग्रेस सरकार के सुशासन मॉडल की एक और उपलब्धि है। बेरोजगारी दर में पूरे देश में एक नंबर पर आना कांग्रेस सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं से किए गए वादों की पोल खोल रही है। गहलोत जी, गौर करिए, हमारा राजस्थान दिन-ब-दिन गर्त में जा रहा है।

 

न कोई नीति और न नीयत - सांसद
वहीं चूरू से बीजेपी सांसद राहुल कस्वां ने भी सरकार पर हमला बोला है। ट्वीट कर उन्होंने लिखा- न कोई नीति और न नीयत, नतीजा कष्टदायी रिकॉर्ड बना रहा प्रदेश ! तीन साल में राजस्थान सरकार एक भी भर्ती प्रक्रिया पूर्ण नहीं कर पाई है। परीक्षाओं में धांधली औ थोथी घोषणाओं ने बेरोजगार युवाओं के मनोबल को तोड़ा है। ठोस कद़म उठाने की बजाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत साहब कुर्सी बचाने में लगे हैं।

 

अपराध-महंगाई के बाद अब बेरोजगारी में नंबर-1
वहीं भाजपा नेता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने इस रिपोर्ट के बाद सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार की कलई खुल गई कि वो प्रदेश को लेकर क्या सोचती है और क्या करती है। अपराध और महंगाई के बाद बेरोजगारी में भी राजस्थान फिर नम्बर वन आ गया है। गौर से देखिए सरकार आखिरकार कर क्या रही है। उन्होंने कहा की जनता सब देख रही है और आने वाले वक्त में पाई-पाई का हिसाब लेगी।

 

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