सार

सरकार पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामें के बावजूद यात्रा किराया बढ़ाने के खिलाफ नजर आ रही है रोडवेज अभी भी पुराने दाम पर ही यात्रियों को सफर कराएगी। कमाई के नये तरीके खोजे जायेगे

जयपुर. देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार आसमान छूते नजर आ रही है। यही कीमतें आम व्यक्ति के जीवन को प्रभावित करता है। और रोडवेज  में सफर करने वाले
यात्रियों के लिए तो और भी प्रभावित करता है।यह उनकी जेब का भार और बढ़ा देता है।लेकिन लाखों लोगों को रोज सफर कराने वाली राजस्थान रोडवेज इन बढ़ी कीमतों
का भार अपने यात्रियों पर न डालने का फैसला किया है। राजस्थान के यात्रियों के लिए यह खुशी की बात है कि राज्य सरकार किराए में बढ़ोत्तरी नहीं कर रही है। जहां दूसरे
राज्य अपने अपने यहां सार्वजनिक परिवहन के इस घाटे की पूर्ति के लिए टिकटों के दामों में भारी इजाफा कर चुके हैं वहीं यात्रियों की सेवा को प्राथमिकता देते हुए करोड़ों
रुपये के घाटे में चल रही रोडवेज अभी भी टिकटों की पुरानी दरों पर ही यात्रियों को यात्रा करवायेगी।

सरकार का किराया बढ़ाने से इनकार
राजस्थान सरकार ने 2018 से किराया नहीं बढ़ाया है। रोडवेज विभाग एक बार किराया बढ़ोतरी का प्रस्ताव लेकर सरकार के पास गया था लेकिन उसने किराया बढ़ाने से
इंकार कर दिया। किराया न बढ़ाने का कारण बताते हुए परिवहन मंत्रालय ने कहां कि हम लगातार ऐसे आइडिया पर काम कर रहे है जिससे बिना किराया बढ़ाए रोडवेज के
घाटे को खत्म किया जा सके व राजस्व में बढ़ोतरी की जा सके।

सैलरी-पेंशन देने तक के पैसे नहीं
सरकार ने किराया न बढा़ते हुए आम जनता पर कोई भार नहीं डाला लेकिन इससे असर यह हुआ कि घाटा बढ़ गया और इस कारण से कई बार कर्मचारियों की सैलरी और
सेवा से रिटायर हुए पेंशनरों की पेंशन देने तक के लाले पड़ गये। बीते बरसों में ऐसे कई मौके आए हैं जब अपनी सैलरी व पेंशन लेने के लिए रोडवेज कर्मचारियों को
हड़ताल और प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ा। हालांकि राज्य सरकार ने इस बार के बजट में रोडवेज के किरायों के दामों में बढ़ोतरी किए बिना रोडवेज के सभी कर्मचारियों की
परेशानियों को दूर कर दिया है।
2018 से नहीं बढे़ दाम
2018 से अभी तक पेट्रोल-डीजल के दामों में रिकार्ड तोड़ बढ़ोत्तरी हो चुकी है। अन्य राज्य की सरकारों की सरकारों ने किराया बढा़ कर राजस्व बढा़ने का तरीका निकाल
लिया है वहीं राजस्थान सरकार ने किराए में कोई बढ़ोत्तरी नहीं की है और न ही इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे है।