सार

राजस्थान यूनिवर्सिटी में चल रहे छात्रसंघ चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी निर्मल चौधरी ने अध्यक्ष पद की जीत हासिल कर ली है। निर्मल चौधरी के अलावा अध्यक्ष पद के लिए 6 दावेदार कतार में थे, लेकिन उन्होंने सबको पछाड़ दिया। मंत्री की बेटी निहारिका भी उनके आगे नहीं टिक सकीं।
 

जयपुर. राजस्थान में चल रहे छात्रसंघ चुनाव के नतीजे आ चुके हैं। राजस्थान के सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी राजस्थान विश्वविद्यालय  में निर्मल चौधरी ने अध्यक्ष पद पर बड़ी जीत हासिल की है। उन्होंने इन चुनावों में कई दिग्गजों को हराया है। उनके आगे एनएसयूआई ही नहीं एबीवीपी के प्रत्यारी भी चुनाव हार गए हैं। खासकर प्रदेश के मंत्री की बेटी निहारिका को करारी शिकत दी है। तो आइए जानते हैं कौन हैं निर्मल चौधरी...

जानिए किसे मिले कितने वोट
राजस्थान यूनिवर्सिटी में अध्यक्ष पद पर बड़ी जीत हासिल करने वाले निर्मल चौधरी को 4043 को वोट मिले हैं। वहीं दूसरे नंबर पर रहीं निहारिका जोरवाल ने 2578 ही हासिल रहीं। जबकि शुरूआती में जीत की दावेदार माने जाने वाली रितु बराला ने 2010 और वहीं एबीवीपी के नरेन्द्र यादव ने 988 वोट हासिल किए हैं। 

कौन हैं अध्यक्ष पद के प्रत्याशी निर्मल चौधरी 
निर्दलीय प्रत्याशी और अध्यक्ष पद के प्रत्याशी निर्मल चौधरी मूल रूप से नागौर जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म मेड़ता के पास स्थित एक गांव में हुआ है। उनका पूरा परिवार खेती करता है। वह किसान परिवार से आते हैं। निर्मल के पिता दयालराम चौधरी पेशे से सरकारी टीचर हैं। वहीं उनकी मां रूपादेवी साधारण ग्रहणी के साथ खेती करती हैं। साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी खेतीबाड़ी करते हैं। वहीं निर्मल भी पढ़ाई-लिखाई से वक्त निकालकर खेती के काम में हाथ बंटाते हैं।

टिकट नहीं मिला तो चुपचाप करते रहे जीत की प्लानिंग 
निर्मल के साथ छात्र छात्राओं का बड़ा समूह है जो लगातार उनको सपोर्ट करता रहा है। जब उनको एनएसयूआई से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने कोई विरोध नहीं किया और अपने चुनाव कैंपेन में व्यस्त रहे। वह चुपचाप अपना काम करते रहे, जिसके चलते यह जीत हासिल हुई है। निर्मल की बहन महारानी कॉलेज में पढ रही है। इसलिए यहां से भी निर्मल को अच्छे वोट मिले।

निर्मल को इन दो विधायकों के किया सपोर्ट
बता दें कि निर्मल चौधरी विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया के करीबी बताए जाते हैं। वह अक्सर इन दोनों विधायकों के साथ नजर आते रहे हैं। वहीं ये दोनों विधायक निर्मल की मदद करते हुए समर्थन कर रहे हैं। हालांकि भाकर और गावड़िया ने खुद के ट्विटर हैंडल या फेसबुक के जरिए निर्मल के समर्थन में मतदान की अपील नहीं की है लेकिन सब जानते हैं कि निर्मल चौधरी विधायक मुकेश भाकर और रामनिवास गावड़िया की टीम का एक्टिव नेता है।

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