सार
भाजपा की शोभा से बढ़ गया कांग्रेस का प्रमोद लेकिन शोभा को चुकानी पडी दोहरी कीमत, पहले भाजपा ने निलंबित कर दिया। अब आज दिल्ली वालों ने नोटिस देकर सात दिन में मांगा जवाब
जयपुर (jaipur).राजस्थान में कल हुए राज्यसभा चुनाव के परिणाम देर शाम घोषित हुए जिसमें कांग्रेस ने तीन तो वहीं भाजपा ने एक सीट जीती। लेकिन इस चुनाव में क्रॉस वोटिंग भी हुई। जिसमें भाजपा एमएलए का वोट कांग्रेस को गया। शोभा यानि शोभा रानी कुशवाहा.. ये भाजपा की एमएलए हैं धौलपुर से। प्रमोद यानि प्रमोद तिवारी जो कांग्रेस के उम्मीदर हैं और जीत गए हैं, लेकिन यहां प्रमोद का अर्थ प्रमोद के साथ ही खुशी और आनंद से भी लगाया गया है। दरअसल शोभारानी कुशवाहा ने क्रॉस वोटिंग की और यह वोट भाजपा को नहीं मिलकर कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को मिल गया। इससे उनकी जीत और पुख्ता हो गई और भाजपा वालों की मदद से मैदान में डटे सुभाष चंद्रा की हार पर मुहर लग गई। लेकिन इस क्रॉस वोटिंग का शोभारानी कुशवाहा को बड़ा नुकसान हुआ है।
पहले निलंबित कर दिया और अब कारण बताओ नोटिस
दरअसल शोभारानी कुशवाहा काफी समय से भाजपा नेताओं से दूर हैं। उनके पति को कुछ दिन पहले पुलिस ने अरेस्ट किया था और उसके बाद वे जेल में हैं। एमएलए कहना था कि उनके नेताओं ने उनका साथ नहीं दिया। इस कारण वे पार्टी के कामों में नहीं पहुतची थीं। उनको चुनाव से पहले ही भाजपा को वोट डालने के लिए कहा गया था लेकिन वे नहीं मानीं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता उनसे संपर्क में थे और फिर वहीं हुआ जिसका डर भाजपा को था। क्रॉस वोटिंग हो गई। शोभारानी को परिणाम आने के तुरंत बाद निलंबित कर दिया गया था। आज पार्टी के केंद्रीय प्रबंधन ने भी उनको लैटर भेजा है और इस घटना में सात दिन के अंदर जवाब मांगा है।
छोड़ सकती है भाजपा का दामन
कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में शोभारानी कुशवाहा कांग्रेस ज्वाइन कर सकती हैं। उनके पति और परिवार के जो अन्य लोग बंद हैं उनकी सजा में भी कुछ शिथिलता देखने को मिल सकती है। वोट देने के बाद जब परिणाम आया तो उससे पहले ही शोभारानी वापस धौलपुर जा चुकी थी। मीडिया और यहां तक कि भाजपा पार्टी प्रबंधन भी उनसे बातचीत नहीं कर सका।
इसे भी पढ़े- राज्यसभा में कांग्रेस की जीत पर एक सांसद ने किया बड़ा खुलासा, गहलोत और वसुंधरा के बारे में कहीं बड़ी बात
राजस्थान राज्यसभा चुनावः कांग्रेस का 'खेला', तीन सीटों पर जमाया कब्जा, एक पर भाजपा का कब्जा