सार

 रीट पेपर लीक मामले में  प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी रीट का पेपर लीक हो गया। अब इस मामले में राज्य सरकार ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। अब तक 100 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वहीं अधिकारी समेत 20 सरकारी कर्मचारियों को सस्पेंड भी कर दिया है। 

जयपुर. राजस्थान में कल यानि 26 सिंतबर को राज्य की सबसे बड़ी शिक्षक पात्रता परीक्षा (Rajasthan Eligibility Examination for Teacher) संपन्न हुई। लेकिन प्रशासन की लाख कोशिशों के बावजूद भी रीट का पेपर लीक हो गया। अब इस मामले में राज्य सरकार ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। अब तक 100 गिरफ्तारी हो चुकी हैं। वहीं अधिकारी समेत 20 सरकारी कर्मचारियों को सस्पेंड भी कर दिया है। 

RAS और RPS  अफसरों को पूरी मिलीभगत से शुरू हुआ नकल कांड
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिकॉ रीट पेपर लीक मामले में राजस्थान सरकार ने 1 आरएएस अफसर, दो आरपीएस अफसर, शिक्षा विभाग के 13 और पुलिस विभाग के 3 कर्मचारियों को सस्पेंड किया है। सस्पेंड अधिकारियों में सवाई माधोपुर के वजीरपुर के SDM नरेंद्र कुमार मीणा और सवाई माधोपुर के डिप्टी SP नारायण दत्त तिवारी, सवाई माधोपुर के DSP राजूलाल मीणा, सवाई माधोपुर जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीणा सहित और भी कई सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।

पूरे खेल का मास्टमाइंड कौन...
शुरुआती जांच में सामने आया है कि अब तक इस केस में जितने भी लोग पकड़े गए हैं उनके एक दूसरे से तार जुड़े हुए हैं। हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल सका है कि इस पूरे खेल का मास्टमाइंड कौन है। जिसकी तलाश जारी है। साथ ही सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

शिक्षा मंत्री ने कहा-किसी को छोड़ा नहीं जाएगा..
राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने इस पूरे मामले पर ट्वीट कहा -रीट परीक्षा में अब तक प्राप्त जानकारी के आधार पर शिक्षा विभाग के 13 कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका की सूचना मिली थी जिस पर ऐक्शन लेते हुए सभी 13 कर्मचारियों को #निलम्बित कर दिया गया है। अब आगे पुलिस जांच रिपोर्ट में दोष सिद्ध होने के उपरांत इनकी सरकारी सेवा से #बर्खास्तगी होगी। 

अंडरगारमेंट से लेकर चप्पलों तक में ब्लूट्रूथ डिवाइस लगाकर की नकल
राजस्थान पुलिस ने ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया है जो कि सैनटरी पैड और ब्लूट्रूथ डिवाइस के जरिेए नकल करा रहे थे। शातिर बदमाशों ने अंडरगारमेंट से लेकर चप्पलों तक में ये डिवाइस लगाई गई थी। इसके लिए डेढ़ करोड़ तक की राशि वसूली गई थी। बदमाशों ने इन चप्पल की कीमत 6 लाख रुपए रखी थी। इतना ही नहीं इन्होंने इस तरह के 25 जोड़े चप्पलें बेच भी दीं। पुलिस ने बीकानेर से ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है जो चप्पलों को बेच रहे थे।

डेढ़ घंटे पहले पुलिसकर्मियों के पास आ गया था पेपर
रीट नकल प्रकरण में दो दिन पहले प्रशासन ने सवाई माधोपुर से राजस्थान पुलिस विभाग के दो कांस्टेबल यदुवीर सिंह और कांस्टेबल देवेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है। मामले को गंभीरता से देखते हुए दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। एग्जाम के दौरान दोनों अपनी-अपनी पत्नियों को नकल करा रहे थे। बताया जाता है कि इनके पास परीक्षा से करीब डेढ़ घंटे पहले मोबाइल पर रीट का पेपर आ गया था।

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