सार

राजस्थान के कोटा जिले से मानवता को शर्मसार कर देने वाली खबर सामने आई है। जहां एक 14 साल की बच्ची के साथ 4 दिन तक रेप किया गया। हैरानी की बात यह है कि पीड़िता को बचाने गए पुलिस अधिकारी ने भी उसे नहीं छोड़ा।

कोटा. राजस्थान के कोटा जिले में एक 14 साल की नाबालिग को 4 दिनों तक एक युवक ने अपनी हवस का शिकार बनाया। 4 दिन तक नाबालिग का शोषण करने के बाद उसे रात के अंधेरे में एक पार्क में छोड़ दिया गया। यहां एक पुलिसकर्मी की नजर जब पीड़िता पर पड़ी तो उसने मदद करने की बजाय पहले नाबालिग के प्राइवेट पार्ट को टच किया। जब मामले का पता पुलिस विभाग को लगा तो अब इस दोषी पुलिसकर्मी को सस्पेंड भी कर दिया गया है।

स्कूल से शुरू हुई कहानी...दरिंदगी तक जा पहुंची
दरअसल, घटना उस दिन से शुरू होती है जब दसवीं क्लास में पढ़ने वाली एक 14 साल की नाबालिग के स्कूल बैग में किसी ने नाबालिग की एक सीनियर का मोबाइल रख दिया। जब नाबालिग घर पहुंची तो घर वालों ने मोबाइल देखा और वह गुस्सा हो गए जिन्होंने तुरंत मोबाइल लौटाने की बात कही। नाबालिग ने जब अपनी सीनियर से इस बारे में बात की तो सीनियर ने उसे कहा कि अब उसके घर वाले उसे बुरी तरह से मारेंगे ऐसे में नाबालिग का कोटा चले जाना सही है। 

पीड़िता कोटा में खून से लथपथ हालत में मिली
14 सितंबर की सुबह नाबालिग घर से ही स्कूल के लिए निकली। और सीधे ट्रेन से रवाना होकर रामगंज पहुंच गई जहां उसे अपनी सीनियर के एक दोस्त का परिचित युवक मिला।जो उसे अपने साथ ले गया। इस युवक ने 14 सितंबर से 18 सितंबर तक नाबालिग को अपने साथ रखा। इस दौरान कई बार उसके साथ रेप भी किया। इसके बाद उससे उद्योग नगर थाना इलाके के एक पार्क में छोड़कर चला गया। यहां कोटा के उद्योग नगर इलाके के एएसआई रौनक अली को वह लहूलुहान हालत में मिली। जहां रोनक अली ने भी नाबालिग पीड़िता के प्राइवेट पार्ट को टच किया। इसके बाद नाबालिग को थाने लाकर परिजनों को सूचना दी गई।

खौफ इतना की 5 दिन तक कुछ नहीं बोली बच्ची
देर रात परिजन रामगंज मंडी से उद्योग नगर थाने पहुंचे। जहां से नाबालिग और उसके परिजनों को रामगंज मंडी थाने लाया गया। अगले दिन सुबह नाबालिग को बाल कल्याण समिति में शिफ्ट कर दिया गया। जहां 23 तारीख को उसकी काउंसलिंग हुई तो उसने यह बात बताई। डर के मारे नाबालिग ने 5 दिन में एक बार भी कुछ नहीं बोला। अब मामला उजागर होने के बाद पुलिस विभाग ने एएसआई रोनक अली को सस्पेंड कर दिया है। मामले की पूरी जांच SIT टीम कर रही है।