सार

राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले से एक मार्मिक खबर सामने आई है। यहां चलती बस में एक दिन पहले जन्मी नवजात बच्ची सीट पर लावारिस हालत में मिली। बस ड्राइवर मासूम को गोद में लेकर सावारियों से बारी-बारी पूछता रहा ये बच्ची किसकी है। लेकिन किसी ने उसे अपना नहीं बताया।

प्रतापगढ़ (राजस्थान). कहतें मां की ममता ऐसी होती है कि वो एक पल के लिए भी अपनी संतान को आंखों से दूर नहीं करती है। लेकिन राजस्थान के प्रतापगढ़ से दिल को झकझोर देने वाला ऐसा मामला सामने आया है, जिसे जानकर हर कोई यही कह रहा है कि ये कैसी मां है। दरअसल, एक महिला अपनी एक दिन की नवजात बच्ची को चलती बस में छोड़ गई। जब बस स्टॉप पर सारी सावारियां उतरने लगीं तो मासूम की रोने की आवाज सुनाई देने लगी। ड्राइवर उस सीट पर पहुंचा जहां वो नवजात थी, उसे गोद में लेकर ड्राइवर सभी यात्रियों से पूछता रहा, ये किसकी बच्ची है, कौन इसकी मां है।

बस ड्राइवर बारी-बारी सवारियों से पूछता रहा ये किसी बेटी
दरअसल, यह मार्मिक घटना बुधवार सुबह 8 बजे सामने आई है। जहां एक निजी बस जोधपुर से प्रतापगढ़ पहुंची थी। जब सभी सवारियां उतरने लगीं तो बस से एक बच्ची की रोने की आवाज सुनाई दी। ड्राइवर के पूछने के बाद जब मासूम के माता-पिता का पता नहीं चला तो उसने पुलिस को इसकी सूचना देकर बुलाया। जिसके बाद पुलिस ने बच्ची को लिया और  जिला अस्पताल के शिशु इकाई वार्ड में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने चेकअप किया तो नवजात पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है।

 बच्ची कहां से आई और कौन इसके परिजन कुछ नहीं पता....
मामले ती जांच कर रहे कोतवाली थाना अधिकारी रविंद्र सिंह ने बताया कि बच्ची के माता-पिता के बारे में पता लगा रही है। फिलहाल यह पता नहीं लगा है कि बच्ची कहां से आई है और कौन इसके परिजन हैं। बस इतना पता चला है कि मासूम जिस कपड़े में लिपटी हुई थी, उसके पीछे अस्पताल की मुहर लगी थी। यह हॉस्पिटल पाली जिले के लोढ़ा हॉस्पिटल में। इसके बाद पुलिस टीम वहां पहुंची और अस्पताल के सभी स्टॉफ और डॉक्टर नीरज कुमार से पूछताछ की। तो डॉक्टर ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से हमारे यहां पर किसी महिला की डिलेवरी नहीं हुई है। करीब दो सप्ताह पहले सिजेरियन डिलीवरी हुई है, लेकिन वह दोनों ही बच्चे हैं बच्ची नहीं।

डॉक्टर ने बताया कौन होगा इस मासूम की मां... 
वहीं डॉक्टर ने यह भी कहा कि कल यानि मंगलवार को गर्भवती महिला अस्पताल आई थी, उसे ब्लिडिंग हो रही थी। आनन-फानन में उसे भर्ती कराया गया और इलाज भी किया गया है। जिसके बाद शाम को उसकी छुट्टी कर दी गई। वह महिला मजदूर थी और  प्रतापगढ़ क्षेत्र की ही रहने वाली थी। उसने ही एक बच्ची को जन्म दिया था। फिलहाल पुलिस उस महिला का पता लगाने की कोशिश कर रही है।