सार
राजस्थान के सीकर में हुआ दर्दनाक हादसा जहां यूपी के रहने वाले परिवार के 3 तीन लोगों की अंध गति से आ रहे ट्रक ने छीनी जिंदगी। घर की परेशानियों को दूर करने की मन्नत लिए खाटूश्यामजी के दर्शन से लौट रहा था परिवार...
सीकर. राजस्थान के सीकर में हुआ दर्दनाक हादसा जिसमें तीन लोगों की हुई मौत। एक्सीडेंट में हुए हादसे के बाद पूरा परिवार बिखर गया। परिवार की समस्याओं को दूर करने के लिए मन्नत लेकर खाटूश्यामजी आया था। दरअसल उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर आठ की झुग्गी झोपड़ी में रहने वाला विश्वेश्वर गरीबी में जी रहा था। चाय की रेडी से जैसे तैसे वह पत्नी व चार बच्चों के परिवार को पाल रहा था। इस बीच उसने अपनी परेशानियों को दूर करने के लिए हारे के सहारे खाटूश्यामजी के दर्शनों का मन बनाया। अपनी 19 साल की बेटी श्रुति व 6 साल के बेटे विष्णु को लेकर वह सोमवार शाम को बाइक से खाटूश्यामजी के लिए निकल पड़ा। मंगलवार को दर्शनों के बाद वह बाबा श्याम का ध्वज साथ लेकर हर परेशानी दूर होने की उम्मीद के साथ घर को रवाना हुआ। लेकिन, इसी बीच कुदरत ने कुचाल रच दी। नीमकाथाना के पास ही बाइक को एक ट्रक ने टक्कर मार दी। जिसमें विश्वेश्वर व उसके दोनों बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। उसके सारे सपनों के साथ पूरा परिवार भी बिखर गया।
ट्रक चालक घटनास्थल से हुआ फरार
हादसा सीकर के आगवाड़ी फाटक के पास हुई। जहां बाइक व ट्रेलर की टक्कर से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जिन लोगों ने भी घटना होते देखा उन्होने बताया कि दोनों में आमने- सामने की भिडंत हुई। टक्कर होने के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। वहीं, घायलों के पास लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। जिनकी मदद से तीनों को राजकीय कपिल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरो ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पुलिस ने मृतकों के शवों को मोर्चरी में रखवाने के साथ उनके पास से मिले पड़ौसी के नम्बर पर फोन कर घटना की सूचना दी। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है।
झुग्गी झोपड़ी में रहता है परिवार, श्याम ध्वज लेकर निकले थे तीनों मृतक
पुलिस ने बताया कि मृतक विश्वेश्वर सिंह का परिवार नोएडा के सेक्टर आठ में झुग्गी झोपड़ी में रहता था। जहां वह अपने चार बच्चों व पत्नी के साथ रहता था। परिवार का पेट भरने के लिए वह एक चाय की छोटी से रेडी चलाता था। उसके घर में बहुत परेशानियां थी जिसके निवारण के लिए वह खाटूश्यामजी के दर्शन के लिए आया था। मृतक ने मंगलवार सुबह ही बाबा के दर्शन किए थे। जहां उसने बाबा श्याम का ध्वज लिया था। जो उसने अपनी बाइक पर लगा लिया था। हादसे के दौरान ध्वज भी बाइक से नीचे गिरा मिला। विश्वेश्वर की मौत के बाद उसकी पत्नी व दो छोटे बच्चों पर गहरा संकट गहरा गया है।